वंदे भारत रेल परियोजना के टेंडर में भाग लेने से चीनी कंपनी सीआरआरसी को रोकें रेल मंत्रीः कैट
वंदे भारत रेल परियोजना के टेंडर में भाग लेने से चीनी कंपनी सीआरआरसी को रोकें रेल मंत्रीः कैट

वंदे भारत रेल परियोजना के टेंडर में भाग लेने से चीनी कंपनी सीआरआरसी को रोकें रेल मंत्रीः कैट

कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने पत्र लिख कर रेल मंत्री पीयूष गोयल से की मांग पटना, 11 जुलाई (हि.स.)। चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के अपने राष्ट्रीय अभियान भारतीय सामान-हमारा अभिमान के तहत कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) बिहार समेत केंद्र ने शनिवार को पत्र लिख कर रेल मंत्री पीयूष गोयल से मांग की है कि भारतीय रेलवे के अर्द्ध-उच्च गति स्वदेशी ट्रेन 18 परियोजना के लिए वैश्विक निविदा में भाग लेने के लिए चीन की कंपनी सीआरआरसी कॉर्पोरेशन को भाग न लेने दें। 44 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए इस परियोजना का कुल मूल्य 1500 करोड़ रुपये से अधिक है। यह जानकारी कैट बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने दी। कैट बिहार के चेयरमैन कमल नोपानी, महासचिव डॉ.रमेश गांधी और कोषाध्यक्ष अरुण कुमार ने रेल मंत्री गोयल को भेजे पत्र में कहा कि चीनी कंपनी सीआरआरसी कॉर्पोरेशन गुड़गांव स्थित एक फर्म के साथ संयुक्त उद्यम में उक्त रेलों की प्रणोदन प्रणाली या इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन की खरीद के लिए जारी टेंडर में छह दावेदारों में से एक है। 44 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन या ट्रेन के लिए किट चूंकि भारतीय रेलवे की यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया आवाहन का एक हिस्सा है, इसलिए इस तथ्य और वर्तमान में चल रही परिस्थितियों को देखते हुए चीनी कम्पनी को इस परियोजना में भाग नहीं लेने देना चाहिए, बल्कि इस रेल परियोजना के लिए किसी भारतीय कंपनियों पर ही रेल मंत्रालय को अधिक जोर दिया जाना चाहिए। कैट पटना प्रमंडल के अध्यक्ष प्रिंस कुमार राजू और वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश कुमार नंदन ने आशा व्यक्त की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत के लिए पीयूष गोयल इस महत्वाकांक्षी और प्रतिष्ठित परियोजना में चीनी कंपनी को भाग लेने से रोकने के लिए तुरंत आवश्यक कदम उठाएंगे। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव /विभाकर-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in