यूजीसी के पंचवर्षीय योजना अन्तर्गत प्राप्त अनुदान के समायोजन के लिए बैठक
दरभंगा, 8 मार्च (हि.स.)। यूजीसी के ग्यारहवीं और बारहवीं पंचवर्षीय योजना अन्तर्गत प्राप्त अनुदान के समायोजन के लिए सोमवार को बिहार विश्वविद्यालय, मुज़फ़्फ़रपुर के 52 महाविद्यालय के साथ आमने सामने बैठक प्रस्तावित थी। इसमें 49 महाविद्यालयों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए। यूजीसी की चार सदस्यीय समिति के संयोजक डॉ अमोल आंध्रेरे और भोपाल अवस्थित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर जे राव ने संयुक्त रूप से इस बैठक की अध्यक्षता की। बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति की जगह वहां के प्रति कुलपति डॉ रविन्द्र कुमार उपस्थित हुये। खेम चंद ताराचंद महाविद्यालय, रक्सौल , के पास 48.88 लाख , श्री लष्मी किशोरी महाविद्यालय, सीतामढ़ी के पास 99 लाख रुपये का समायोजन नही हुआ है और इन दोनो महाविद्यालय की अनुपस्थिति दर्ज की गई। इन महाविद्यालयों पर टीम की नाखुशी दिख रही थी। पहले ही इनपर असहयोग के कारण यूजीसी से मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। तीसरी अनुपस्थित महाविद्यालय में बाबा भूतनाथ महाविद्यालय, बगहा है जो आज अपने समायोजन हेतु उपस्थित ही नही हुये । आज के आमने सामने मीटिंग में सभी प्रधानाचार्यों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया हैं। सभी को जो राशि खर्च नही की गई हैं वो राशि अब वापस कर देने का निर्देश जारी किया गया है। राशि एक सप्ताह के अंदर वापस कर देनी है। दिए गए प्रोफार्मा में उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करना है। आज के कार्यक्रम में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के नोडल पदाधिकारी द्वय प्रोफेसर के के साहू एवं प्रोफेसर एन के अग्रवाल उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/मनोज