mayanand-smriti-samaroh-concludes-with-kavi-sammelan
mayanand-smriti-samaroh-concludes-with-kavi-sammelan

मायानंद स्मृति समारोह का समापन कवि सम्मेलन के साथ हुआ

सहरसा,26 मार्च (हि.स.)।मैथिली साहित्य के उद्भट साहित्यकार,साहित्य अकादमी व प्रबोध साहित्य सम्मान से सम्मानित मायानंद मिश्र स्मृति समारोह का समापन कवि सम्मेलन के साथ शुक्रवार को हुआ। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता प्रो. अरविन्द कुमार मिश्र नीरज उपाख्य कवि जी ने किया।जिसमें पं आनंद मिश्र, हरिशंकर तिवारी, भोगेन्द्र शर्मा ,विकास कुमार ,सुभाष चन्द्र झा,किसलय कृष्ण,विमल मिश्र, विनय झा ने कविता पाठ कर श्रोताओ को भाव विभोर कर दिया। आयोजनकर्ता मैथिली विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर रणजीत कुमार सिंह एवं प्राचार्य डॉ देवनारायण साह की मौजूदगी में प्रो. विद्यानंद मिश्र ने इस अवसर पर आगंतुक कवियो को पाग चादर देकर सम्मानित किया।वही प्रो. कमल मोहन मिश्र चुन्नु ने मैथिली गजल पाछू ज नहि अंक त आगू शुन्ना की, कानक बेतरे सोना की कनझुन्ना की गाकर श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया। जेएनयू प्रोफेसर देवशंकर नवीन ने नवोदित कवियो के कविता सुनकर उन्हें अच्छी रचना के लिए पूर्व के प्रसिद्ध कवियो की रचना को पढने तथा समझने की प्रेरणा दिया। उन्होने कहा कि प्रो.मायानंद मिश्र के लेखन से ना केवल मैथिली एवं हिन्दी साहित्य के विभिन्न विधाओ का कोष भरा है।बल्कि भारत के नई पीढी के लोगों को अपनी सांस्कृतिक भव्यता और उन्नत साहित्य की गरिमा को समझने की नई दृष्टि मिली है।मौके पर आनंदी मेहता, मोनू झा, कविता चौधरी, डाॅ प्रशांत कुमार मनोज, विमलकांत झा,ददन कुमार सहित अन्य मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/अजय

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in