बाल दुर्व्यापार पर जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन
सहरसा,26 फरवरी (हि.स.)। बाल श्रम उन्मूलन के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा बाल दुर्व्यापार के खिलाफ शुक्रवार को कला भवन में जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बाल दुर्व्यापार के दृष्टिकोण से संवेदनशील देश के एक सौ जिलों में आयोजित करने की योजना है।इसमें विभिन्न सिविल सोसायटी संगठन, कानून प्रवर्तन एजेंसियां, राष्ट्रीय, राज्य एवं जिला-स्तरीय निर्णय लेने वाले नीति निर्धारक अंगों के सदस्यों व जिला प्रशासन ने भाग लिया। प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जिले में बाल दुर्व्यापार को खत्म करने के लिए जरूरी है कि उसके खिलाफ संवादों एवं जागरुकता कार्यक्रमों को बढ़ाया जाए एवं इसके लिए सबका शिक्षित होना आवश्यक है। जन संवाद में बाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न उपायों पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया।जन संवाद में अभियान का नेतृत्व करने वाले मुक्त बाल मजदूर, गुलामी से पीडित बच्चों के माता-पिता, बाल मजदूरी एवं दुर्व्यापार से छुड़ाए गए बच्चे व प्रमुख हितधारकों ने भी भाग लिया एवं अपने विचारों से अवगत कराया। जनसंवाद का शुभारंभ केएससीएफ के जिला समन्वयक उमेश कुमार यादव ने अपने स्वागत भाषण से किया। जबकि मुक्ति कारवां के युवा नेता अरविंद कुमार शर्मा ने जन संवाद की जरूरत पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का उदघाटन जिला परिषद उपाध्यक्ष क्षत्री यादव ने किया।कार्यक्रम को बाल संरक्षण के नोडल अधिकारी बृजनंदन मेहता, आईसीडीएस के जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह, जिला उप विकास उपायुक्त राजेश कुमार सिंह, पंचायती राज अधिकारी अहमद अली अंसारी, कहरा ब्लॉक के प्रखंड विकास अधिकारी रचना भारतीय, जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रणव कुमार सिंह, महिला पुलिस अधिकारी प्रेमलता भूपाश्री एवं बचपन बचाओ आंदोलन के वरिष्ठ अधिकारी घूरन महतो ने भी संबोधित किया। मुक्त बाल श्रमिक एवं मुक्ति कारवां के युवा नेता मोहम्मद छोटू व निर्मल ऋषिदेव ने बच्चों की केस स्टडीज प्रस्तुत की।कार्यक्रम में बाल श्रम एवं दुर्व्यापार के शिकार हुए बच्चों के परिवार के लोगों ने भी अपनी बातें रखीं। वक्ताओं ने अपनी बात रखते हुए जनसंवाद को आयोजित करने की सराहना की एवं उन्होंने अपने दिशा-निर्देश भी दिए।उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अपने आप में गौरवशाली है। सभी लोगों को इसके लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। तभी बाल दुर्व्यापार पर अंकुश लगाया जा सकता है। बाल मजदूरी एवं दुर्व्यापार को रोकने के लिए सबके शिक्षित होने की उन्होंने आवश्यकता जताई। पुलिस प्रशासन ने बाल दुर्व्यापार को रोकने में हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन उमेश कुमार यादव ने किया. मौके पर प्रोजेक्ट पदाधिकारी अरविंद कुमार शर्मा, मो छोटू, वसी सम्राट, निर्मल कुमार, प्रवेश कुमार, सूरज कुमार सहित अन्य मौजूद थे । हिन्दुस्थान समाचार/अजय