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संगीत के अनेक रागों से विभिन्न रोगों का इलाज संभव : मुकेश मिलन

सहरसा,11मई(हि.स.)। बीमारियों का इलाज अब सिर्फ दवाइयों से ही नहीं, बल्कि अपरंपरागत उपचार विधियों से भी किया जाने लगा है। सुगंध, स्पर्श से लेकर संगीत द्वारा भी बहुत सी बीमारियों का इलाज संभव है। बहुत से शोधों के उपरांत चिकित्सा विज्ञान भी यह मानने लगा हैं कि प्रतिदिन 20 मिनट अपनी पसंद का संगीत सुनने से रोजमर्रा की होने वाली बहुत-सी बीमारियों से निजात पाई जा सकती है। हाल ही में खबर आई है कि कई दिनों से कोमा में पड़ा एक बच्चा अपनी मां की लोरी सुनकर होश में आ गया। यह सिद्ध करता है कि ध्वनि तरंगों के माध्यम से भी उपचार किया जा सकता है। उक्त बाते मीरा मिलन संगीत महाविद्यालय केन्द्राधीक्षक सह 10+2 संगीत शिक्षक मुकेश मिलन ने कही। उन्होने बताया कि सुव्यवस्थित ध्वनि, जो रस की सृष्टि करे, संगीत कहलाती है। गायन, वादन व नृत्य तीनों के समावेश को संगीत कहते हैं। गायन मानव के लिए प्राय: उतना ही स्वाभाविक है जितना भाषण। कब से मनुष्य ने गाना प्रारंभ किया, यह बतलाना उतना ही कठिन है। जितना कि कब से उसने बोलना प्रारंभ किया है। उन्होने कहा कि संगीत का मानव जीवन में अहम स्थान है। वर्तमान समय में संगीत एक ऐसा सशक्त माध्यम है जो व्यक्ति को शारीरिक-मानसिक रोगों व व्याधियों से मुक्ति प्रदान करता है। संगीतकी तीनों धाराएं(गायन, वादन व नृत्य) न केवल स्वर, ताल और लय की साधना है, बल्कि एक यौगिक किया है। इससे शरीर, मन और प्राण तीनों में शुद्धता और चैतन्यता आती है। कोरोना काल मे बच्चे घर पर रहकर संगीत की साधना करें तो सुनने वाले भी लाभान्वित होंगे। जिन बच्चे को संसाधन की कमी है वो मनपसंद शास्त्रीय संगीत, भजन,अथवा पुराने,नए सुगम संगीत जो किसी राग पर आधारित हो अवश्य सुने अथवा साथ मे गुनगुनाये। इससे इम्युनिटी तो बढ़ता ही है।वही अनेक रोग भी दूर होते हैं ।उन्होने कहा कि मनपसंद संगीत से ही इम्युनिटी बढ़ता है। खासकर मालकोश और ललित जैसे अनेक राग कफ और खांसी की समस्याओं को दूर करते हैं । स्वर साधना के क्रम में एक स्वर पर मधुर आवाज टिकाकर अधिक समय तक सांस रोकने की क्रिया बार-बार करें तो निश्चित ही फेफड़ा मजबूत और साफ होगा साथ ही ऑक्सीजन लेवल बिल्कुल ठीक रहेगा जो कोरोना से लड़ने में सहायक सिद्ध होगा। ये क्रिया बच्चे को रोज आधा से एक घंटा प्रतिदिन करना चाहिए अन्यथा 5 मिनट भी निरंतर अभ्यास लाभकारी है। हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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