सीनियर डॉक्टर की देखरेख में डेडिकेटेड मेडिकल टीम 24 घंटे रहेगी तैनातः मंगल पांडेय
सीनियर डॉक्टर की देखरेख में डेडिकेटेड मेडिकल टीम 24 घंटे रहेगी तैनातः मंगल पांडेय

सीनियर डॉक्टर की देखरेख में डेडिकेटेड मेडिकल टीम 24 घंटे रहेगी तैनातः मंगल पांडेय

किरकिरी होने बाद एनएमसीएच पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री, पीपीई किट पहनकर लिया जायजा मंगल पांडेय ने दिया मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का निर्देश मरीजों के बेड के बीच अब कोरोना संदिग्ध या पॉजिटिव का शव नहीं रखा जाएगा पटना, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार में कोरोना बेकाबू होते जा रहा है। मरीज रोज मर रहे हैं। सरकार के तमाम दावे फेल साबित होते नजर आ रहा है। बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल रही है। कोरोना मरीजों के लिए डेडिकेटेड अस्पताल एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, पटना) में लगातार दो दिन वार्ड में शव पड़े होने की घटना सामने आई। बुधवार को एक मरीज ने अस्पताल के गेट पर दम तोड़ दिया। अस्पताल की अव्यवस्था के लगातार उजागर होने और कोविड अस्पताल से हर दिन कई वीडियो सामने आने सरकार की काफी किरकिरी होने पर नीतीश कुमार सरकार नींद खुली। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय एनएमसीएच पहुंचे। पीपीई किट पहनकर उन्होंने वार्ड में जाकर इलाज करा रहे मरीजों का हालचाल जाना। मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि मरीज की अगर मौत हो जाती है तो 2-3 घंटे के अंदर सभी प्रोटोकॉल पूरा कर शव को वार्ड से हटा दिया जाएगा। तीन दिनों के अंदर हेल्प डेस्क काम करने लगेगा। अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिए उठाए गए कदम एनएमसीएच में मरीजों के बेड के बीच अब कोरोना संदिग्ध या पॉजिटिव का शव नहीं रखा जाएगा। शव रखने के लिए एक हॉल की व्यवस्था की गई है। एनएमसीएच और पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) के सभी कोविड-19 वार्ड में सीनियर डॉक्टरों की देखरेख में डेडिकेटेड मेडिकल टीम 24 घंटे तैनात रहेगी। इससे मरीजों की स्थिति पर हर पल निगरानी रखने में मदद मिलेगी। कोविड-19 वार्ड में तैनात डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ प्रतिदिन 4-6 घंटे ही ड्यूटी करेंगे। बांस घाट पर अब 24 घंटे अंतिम संस्कार हो सकेगा। पहले सिर्फ रात में ही शवों का दाह संस्कार हो पाता था। एनएमसीएच और पीएमसीएच में शवों को ले जाने के लिए अतिरिक्त वाहन मुहैया कराया गया। केंद्र सरकार की फटकार के बाद एनएमसीएच पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री सूत्रों की मानें तो बिहार में कोरोना की अप्रत्याशित वृद्धि, लगातार मौत और अस्पतालों में कुव्यवस्था की खबरें मीडिया में लगातार आने के बाद केंद्र सरकार इससे चिंतित हुई और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को जमकर फटकार लगायी। इसके बाद वे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कोविड अस्पताल के रूप में चिह्नित एनएमसीएच पहुंचे और कोरोना सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल एनएमसीएच हाल लेने पहुंचे। बताया गया कि बिहार दौरे से लौटने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने भी केंद्र को वस्तुस्थिति से अवगत कराया था। दो दिवसी दौरे पर आई केंद्रीय टीम ने भी जतायी थी असंतुष्टि सुशासन का ढोल फूट गया है। दो दिवसीय दौरे पर आई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने भी असंतुष्टि जताते हुए नीतीश सरकार की तैयारी को नाकाफी करार दिया था। कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित एनएमसीएच अधीक्षक डॉ. निर्मल कुमार सिन्हा ने जब केंद्रीय टीम के सामने पोल खोली इसके बाद सरकार ने अधीक्षक को ही पद से हटा दिया और दूसरे डॉक्टर विजय कुमार सिंह को प्रभार दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव /विभाकर-hindusthansamachar.in

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