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श्रम संसाधन बिहार की सबसे बड़ी ताकत: तारकिशोर प्रसाद

-भारतीय मजदूर संघ की बिहार इकाई का 25वां प्रांतीय अधिवेशन का हुआ आयोजन पटना, 10 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय मजदूर संघ की बिहार इकाई के 25वें प्रांतीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने शनिवार को कहा कि बिहार सरकार एवं भारत सरकार राज्य में श्रमिकों के कल्याण के लिए कृतसंकल्पित है और इसके लिए श्रम अधिनियम के प्रवर्तन के साथ विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर ने कहा कि दुकान एवं प्रतिष्ठान में कार्यरत कर्मियों की हित रक्षा के लिए नया अधिनियम बनाया जा रहा है। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के पारदर्शी तरीके से निरीक्षण तथा निबंधन की संपूर्ण प्रक्रियाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है, ताकि राज्य में उद्योग, व्यवसाय की स्थापना एवं सुगम संचार के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि सात निश्चय-2 के अंतर्गत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के उन्नयन की कार्रवाई की जा रही है। राज्य के 60 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने के लिए प्रावधान सुनिश्चित किए गए हैं, ताकि स्थानीय बाजार के मांग के अनुरूप स्किल्ड युवक- युवतियों को तैयार करने के लिए आधुनिक व्यवसाय का प्रशिक्षण दिया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत लघु अवधि प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जा रही है। बिहार में सरकारी योजनाओं की जानकारी, श्रमिक एवं रोजगार से संबंधित परामर्श देने आदि के लिए सभी जिलों में संपर्क केंद्र की व्यवस्था की जा रही है। बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा निबंधित निर्माण श्रमिकों को प्रधानमंत्री आरोग्य योजना से जोड़ा गया है। उसके तहत कुल 13 लाख 69 हजार 891 निबंधित निर्माण श्रमिकों को 5 लाख प्रति श्रमिक चिकित्सा व्यय का लाभ प्राप्त हो सकेगा। इसके अलावा श्रमिकों के कल्याण के लिए कॉमन रोजगार पोर्टल का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने श्रम कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन की ठोस व्यवस्था सुनिश्चित की है तथा अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए युवाओं के लिए कौशल विकास और उद्यमिता विकास हत कई प्रोत्साहन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि उद्यमिता एवं कौशल विकास के लिए अलग से विभाग का गठन किया गया है। उद्यमिता के लिए 10 लाख रुपए तक की व्यवस्था सुनिश्चित की गई, जिसमें 5 लाख रुपए अनुदान एवं 5 लाख रुपए ऋण के रूप में व्यवस्था की गई है। महिला उद्यमियों के लिए अनुदान के साथ-साथ ब्याजमुक्त ऋण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इन सारी व्यवस्थाओं के लिए बजटीय प्रावधान भी सुनिश्चित किए गए हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के सपनों को साकार करने में राज्य सरकार की यह पहल काफी कारगर सिद्ध होने वाली है। श्रम शक्ति एवं युवा शक्ति के विकास के साथ ही हम आत्मनिर्भर बिहार के नींव को मजबूत बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में एवं बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार सरकार श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा एवं उनके हितों की रक्षा हेतु प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। बिहार में मानव संसाधन एक बड़ी ताकत है। श्रम संसाधन एवं मानव संसाधन के बल पर हम आत्मनिर्भर बिहार के सपने को साकार करेंगे। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि सभी श्रमिक भाई बिहार की तरक्की में अपना योगदान दें और आत्मनिर्भर बिहार बनाने के सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने 25 वें प्रांतीय अधिवेशन के अवसर पर सभी श्रमिक भाइयों का आह्वान करते हुए कहा कि भारतीय मजदूर संघ का अधिक से अधिक प्रसार हो राष्ट्रहित के क्षेत्र में भारतीय मजदूर संघ लगातार संघर्षशील रहा है। इस अवसर पर बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार ने श्रमिकों के हितों एवं कल्याण के लिए बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के विषय में विस्तार से बताया एवं अपने विचार रखे। उक्त अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.सियाराम शर्मा, संगठन मंत्री गणेश मिश्रा, प्रदेश महामंत्री उमा प्रसाद बाजपेई एवं श्रम संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द

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