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जयनगर-कुर्था रेल लाइन परियोजना का कार्य पूरा, परिचालन के लिए एसओपी तैयार

548 करोड़ की तैयार हुई है जयनगर-कुर्था (नेपाल) रेल लाइन परियोजना नेपाल सरकार ने कोंकण रेलवे निगम लिमिटेड से खरीदा है डेमू रेकों का 2 सेट बथनाहा-विराटनगर रेल लाइन के काम का पहला चरण पूरा, दूसरे का काम शुरू पटना, 05 फरवरी (हि.स.)। राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को राज्यसभा में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि जयनगर और कुर्था (नेपाल) के बीच आमान परिवर्तन परियोजना का कार्य 548 करोड़ की लागत से अक्तूबर, 2018 में पूरा हो चुका है। इस खंड पर परिचालन के लिए मानक परिचालन प्रक्रिया तैयार कर ही गई है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में रेलमंत्री ने बताया कि 422 करोड़ अनुमानित लागत की जोगबनी-विराटनगर 18.6 कि.मी. लम्बी नई बड़ी आमान लाइन परियोजना को 2010-11 में स्वीकृति दी गई थी। जोगबनी की जगह बथनाहा से दो चरणों में शुरू काम का पहला चरण 286 करोड़ खर्च कर 2018 में पूरा हो चुका है। रेलमंत्री के अनुसार आमान परिवर्तन परियोजना के तहत भारत के जयनगर और नेपाल के कुर्था खंड का कार्य अक्टूबर, 2018 मे पूरा होने के बाद नेपाल सरकार द्वारा कोंकण रेलवे निगम लिमिटेड से 1600 एचपी के डीजल-इलैक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट डेमू रेकों के 2 सेट खरीदे गए हैं। परिचालन के लिए एसओपी तैयार कर ली गई है। नेपाल रेलवे की टिप्पणी प्राप्त होने के बाद इस खंड पर गाड़ी परिचालन की तिथि तय की जाएगी। दूसरे प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बथनाहा-विराटनगर खंड में पहले चरण में बथनाहा से नेपाल कस्टम यार्ड (8 कि.मी.) पर रेल लाइन का कार्य नवम्बर, 2018 में पूरा हो चुका है। बथनाहा कस्टम यार्ड और नेपाल कस्टम यार्ड में माल संबंधी सुविधाओं का विकास कार्य शुरू किया गया है। दूसरे चरण में नेपाल कस्टम यार्ड से विराटनगर (10.6 कि.मी.) में कार्य शुरू हो गया है। फिलहाल, विराटनगर यार्ड के 1.8 कि.मी. लम्बाई के लिए 59.34 एकड़ भूमि नवम्बर, 2019 में ही नेपाल सरकार को सौंप दी गई है। नेपाल सरकार द्वारा 11 ओवर हेड विद्युत लाइनों को अभी शिफ्ट किया जाना बाकी है। इस परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव-hindusthansamachar.in

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