सच्चे जनप्रतिनिधि की मिसाल थे जननेता महेन्द्र सिंह: कुणाल
भाकपा-माले ने शहादत दिवस पर पूर्व विधायक महेंद्र सिंह को दी श्रद्धांजलि उनके बताए रास्ते पर चलने का लिया संकल्प पटना,16 जनवरी (हि.स.)। भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी के सदस्य, बगोदर से लगातार तीन बार विधायक व बिहार-झारखंड के चर्चित नेता महेन्द्र सिंह को उनके शहादत दिवस पर शनिवार को पार्टी राज्य कार्यालय सहित पूरे बिहार में श्रद्धांजलि दी गई। राज्य कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में माले राज्य सचिव सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। वहीं आज बिहार के आठ पार्टी विधायक बगोदर भी गए हैं और मानव शृंखला में शामिल हुए। बगोदर में आज दसियों किलोमीटर लंबी मानव शृंखला का आयोजन किया गया, जिसमें किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर लंबे समय से चल रहे आंदोलन का समर्थन किया गया। बिहार से भाकपा-माले विधायक सुदामा प्रसाद, वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, मनोज मंजिल, महानंद सिंह, अरूण सिंह, रामबलि सिंह यादव आदि विधायक आज की मानव शृंखला में शामिल हुए। राज्य कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में माले राज्य सचिव कुणाल, ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, राज्य सचिव शशि यादव, राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे, उमेश सिंह, प्रकाश कुमार, संगीता सिन्हा, रीता वर्णवाल, संतलाल सहित कई पार्टी-नेता कार्यकर्ता शामिल हुए और शहीद कॉमरेड को श्रद्धांजलि दी और उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। शहादत दिवस पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि महेन्द्र सिंह बिहार-झारखंड के जननेता थे और उन्होंने एक सच्चे जनप्रतिनिधि की मिसाल पेश की। उनकी लोकप्रियता से डरकर भाजपा संरक्षित अपराधियों ने आज ही के दिन 2005 में उनकी निर्मम हत्या कर दी थी। विधानसभा में उनकी आवाज क्रांतिकारी विपक्ष की सशक्त आवाज थी। उन्होंने सदन से लेकर सड़क तक गरीबों-शोषितों व वंचितों की आवाज बुलंद किया। वे सच्चे जनप्रतिनिधि की मिसाल हैं। वे कम्युनिस्ट आंदोलन के प्रेरणा स्रोत, जल-जंगल-जमीन के अधिकारों के लिए लड़ने वाले एक दुर्घष योद्धा थे। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव-hindusthansamachar.in