inspector-matadin-exposed-the-working-style-of-police-on-the-moon
inspector-matadin-exposed-the-working-style-of-police-on-the-moon

इंस्पेक्टर मातादीन ने चाँद पर खोल दी पुलिस के कार्यशैली की पोल

बेगूसराय, 15 फरवरी (हि.स.)। बीहट स्थित सिद्ध पीठ दुर्गा मंदिर के स्थापना दिवस पर रविवार की रात आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बाल रंगमंच आर्ट एंड कल्चरल सोसाइटी के कलाकारों ने अपने नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से समाज में घट रहे वर्तमान समस्या की पोल खोल दी। प्रसिद्ध व्यग्यकार हरिशंकर परसाई लिखित कहानी 'इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर' के मंचन में ना केवल पुलिसिया व्यवस्था की पोल खोल दिया, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी करारा प्रहार किया है। नाटक की मूल कहानी समाज में घट रहे वर्तमान समस्या पर जबरदस्त प्रभाव छोड़ता है। पूरे कहानी में इंस्पेक्टर मातादीन के माध्यम से पुलिसिया विभाग में हो रहे गड़बड़ी को आसानी से नाटक के माध्यम से दिखाने की सफल कोशिश की गई। हरिशंकर परसाई की कहानी इंस्पेक्टर मातादीन चांद पर की कहानी में चांद के प्रधानमंत्री भारत के प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर चांद पर किसी ऐसे इंस्पेक्टर को भेजने का अनुरोध किया जो वहां की विधि-व्यवस्था को ठीक कर सके। इसके साथ ही वह चाँद की पुलिस को शिक्षित कर सके। भारत की तरफ से इंस्पेक्टर मातादीन को भेजा गया। मातादीन ने वहां की पुलिस को इस तरह से ट्रेनिंग देना शुरू किया की झूठ को सच और सच को झूठ कैसे बनाया जाता है और वहां की पुलिस ऐसा ही करने लगी। जिससे चाँद पर की जनता परेशान होने लगी, मातादीन के कारनामे से सच को झूठ और झूठ को सच बनाने में हर डिपार्टमेंट लग गया। माता-पिता, भाई-बहन, आस-पड़ोस में एक दूसरे के प्रति भेदभाव उत्पन्न होने लगा। जिससे चांद की जनता परेशान होने लगती है। परेशानी काफी बढ़ने के बाद चाँद के प्रधानमंत्री को खबर मिलती है कि मातादीन के आने से यहां सब उथल-पुथल हो गया है। मामला काफी गंभीर हो जाने के बाद भारत के प्रधानमंत्री को पत्र लिखा जाता है कि कृपया अपने इंस्पेक्टर मातादीन को वापस बुला लें। नाटक का परिकल्पना एवं निर्देशन युवा रंगकर्मी ऋषिकेश कुमार ने किया। जबकि, प्रकाश संयोजन एवं प्रस्तुति संयोजन रवि वर्मा का था। इंस्पेक्टर मातादीन की भूमिका में रोहित कुमार, प्रधानमंत्री- साक्षी कुमारी, वैध- आंचल कुमारी, ऋषि कुमार, वैज्ञानिक- कुणाल कुमार, दरबारी- विशाल कुमार, विजेंद्र कुमार आदि ने अपने अभिनय का अमिट छाप छोड़ा और दर्शक अंतिम समय तक लोटपोट होते रहे। कोरस में शिवराज, नीतीश, ऋषि, आकाश, राजेश, सुजीत एवं सुमित ने भी अपनी कला की जबरदस्त प्रस्तुति दी। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in