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मिथिला स्टूडेंट यूनियन का दो दिवसीय तृतीय राष्ट्रीय अधिवेशन का शुभारंभ

दरभंगा, 27 फरवरी (हि.स.)।मिथिला स्टूडेंट यूनियन का दो दिवसीय तृतीय राष्ट्रीय अधिवेशन का श्रीगणेश शनिवार को बहुउद्देश्यीय भवन में किया गया। जिसका शुभारंभ यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज, महासचिव गोपाल चौधरी, राष्ट्रीय सचिव अजित वत्स, लीगल हेड मनीष पांडेय, बिहार प्रभारी शिवेंद्र वत्स, सागर नवदिया ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज ने कहा कि संघर्ष के छठवें वर्ष में संगठन पहुँच चुकी है। छः सालों में हमलोगों ने मिथिलावादी विचारधारा के माध्यम से संघर्ष के नव आयाम को स्थापित करने का काम किया है। हम ऐसा मिथिला चाहते हैं, जहां हर हाथों को काम मिले, स्वास्थ्य की व्यवस्था अच्छी हो,उत्तम शिक्षा व्यवस्था बहाल हो, किसान समृद्ध हो इन तमाम मुद्दों को लेकर हमलोगों ने सड़क से लेकर जेल तक तथा मिथिला के गलियों से लेकर दिल्ली तक आंदोलन किया। इस क्रम में संगठन ने सकारात्मक परिणाम भी सामने लाया है। एल एन एम यू में नियमित शैक्षणिक सत्र बहाल करवाने में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दरभंगा एयरपोर्ट चालू हो इसके लिए हमने आंदोलन किया। हमारे सैनानी के ऊपर एफआईआर तक हुई। फिर हमलोगों ने कोरोना काल में ट्विटर पर पूरे देश मे दरभंगा एयरपोर्ट को ट्रेंड करवाया। फिर जाकर उड्डयन मंत्री जगे और उड़ान संभव हो पाया। यह संघर्ष चलता रहेगा जब तक समृद्ध मिथिला का परिकल्पना साकार ना हो जाये। यूनियन के महासचिव गोपाल चौधरी ने कहा कि मिथिला में भविष्य के राजनीति क्षेत्रीय मुद्दों पर आधारित होगी और यूनियन उसका नेतृत्व करेगा। मिथिला को बाढ़ सुखाड़ से निजात मिले इसके लिए हम संघर्ष कर रहे हैं।यूनियन के नेता सागर नवदिया ने कहा कि लगातार सरकार मिथिला, मैथिल और मैथिली के साथ उपेक्षित व्यवहार कर रही है। कारणवश सामान्य मैथिल पलायन को मजबूर है। प्राथमिक स्तर से मैथिली भाषा में पढ़ाई हो इसको लेकर सरकार का नकारात्मक रवैया सामने आया है। लेकिन हमलोगों ने अपने संघर्ष के माध्यम से मिथिलावादी विचार को गांव गांव मे स्थापित करने का काम किया है। हिन्दुस्थान समाचार/मनोज

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