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पंचायत चुनाव में बिहार के सुपौल जिले में मृतक भी डालेंगे वोट

सुपौल, 12 मार्च (हि. स.)।इस बार पंचायत चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है।चुनाव में इस बार जीवित ही नहीं मृतक भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। ऐसा आश्चर्य सुपौल जिले में ही हो सकता है। यह चुनाव के लिए बनी मतदाता सूची बता रही है। दरअसल मतदाता सूची में सालों पहले मर चुके लोगों का भी नाम जोड़ दिया गया है। सूची जारी होने के बाद यह चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला सदर प्रखंड के बैरिया पंचायत स्थित वार्ड 12 का है। जहां की मतदाता सूची में कई ऐसे मतदाताओ का नाम शामिल है जिनकी मौत हो चूंकि है। मृत मतदाताओ में दुलारी देवी, परमेश्वर राम, सिया देवी और जागेश्वर पौद्दार शामिल है। मृतकों के मतदाता सूची में नाम देख परिजन हैरान हैं। दुलारी देवी और परमेश्वर राम के पुत्र दिनेश राम ने बताया कि उनके मां बाप करीब तीन साल पहले मर चूंके हैं। अब तो राशन कार्ड से भी उन लोगो का नाम हट गया। लेकिन कैसे मतदाता सूची में उनके मां बाप का नाम अंकित है। वहीं जागेश्वर पौद्दार के रिश्तेदार शिवजी कुमार ने कहा कि उनके दादा जागेश्वर पौद्दार की मौत करीब पांच साल पहले हो चूंकि है। उनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी है। बावजूद विभाग द्वारा उनका नाम दे दिया गया है,जो कि समझ से परे है। बाप किसी तो बेटा किसी वार्ड के हैं मतदाता- मतदाता सूची में गड़बड़ी सिर्फ मृतक के नाम जोड़ने तक सीमित नहीं है। बल्कि कई ऐसे मतदाता भी हैं जिनके वार्ड में भी हेरफेर कर दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि ऐसी लापरवाही कभी देखने को नहीं मिली। वार्ड 12 निवासी लक्ष्मी राम ने बताया कि मतदाताओं से पूछे बिना प्रशासन ने सूची जारी कर दी। उनके पिता हलधर राम का नाम वार्ड 11 की मतदाता सूची में दिया गया है तो उन्हें वार्ड 12 की मतदाता सूची में शामिल कर दिया गया। यह गलती सिर्फ एक मतदाता के साथ नहीं हुआ है बल्कि दर्जनो ऐसे लोग हैं। अंतिम मतदाता सूची नहीं हुआ है जारी- डीपीआरओ संतोष कुमार ने कहा कि मृतकों के मतदाता सूची में नाम होने की जानकारी नहीं है।हालांकि अंतिम मतदाता सूची अभी जारी होनी बांकी है। अगर कही ऐसा है तो मृतको का नाम मतदाता सूची से हटाया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/ राजीव

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