झारखंड में नियमावली से नहीं, राजद सुप्रीमो लालू की मर्जी से चलती है सरकारः मंगल पांडेय
झारखंड हाईकोर्ट की टिप्पणी को स्वास्थ्य मंत्री ने बताया स्वागत योग्य पटना, 09 जनवरी (हि.स.)। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जेल मैनुअल उल्लंघन मामले में राजद, झामुमो और कांग्रेस की हेमंत सरकार पर झारखंड हाईकोर्ट की टिप्पणी को स्वागत योग्य बताया। शनिवार को उन्होंने कहा, झारखंड में नियमावली से नहीं, बल्कि राजद सुप्रीमो की मर्जी से सरकार चलती है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है कि एक विशेष व्यक्ति के लिए झारखंड सरकार किस तरह नियम-कानून को ठेंगा दिखा रही है। यह अलग बात है कि हाईकोर्ट की फटकार के बाद अब झारखंड सरकार कई बातों में स्पष्टता नहीं रहने के कारण जेल मैनुअल में बदलाव करने की बात कर रही है, लेकिन राजद सुप्रीमो को लेकर झारखंड सरकार की दरियादिली किसी से छीपी नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री पांडेय ने कहा कि बिरसा मुंडा जेल हो, या रिम्स का पेइंग वार्ड या फिर निदेशक का केली बंगला, सभी जगहों पर झारखंड सरकार की कृपा से लालू प्रसाद ने जेल मैनुअल का उल्लंघन जारी रखा। राजद सुप्रीमो के प्रति झारखंड सरकार की मेहरबानी पर हाई कोर्ट ने न सिर्फ आश्चर्य व्यक्त किया, बल्कि सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने सरकार से पूछा कि सिर्फ लालू प्रसाद के मामले में ही हड़बड़ी क्यों दिखायी गई। न्यायालय ने जेल मैनुअल के घोर उल्लंघन की बात करते हुए साफ कहा कि सरकार कानून से चलती है, लालू प्रसाद जैसे व्यक्ति विशेष से नहीं। पांडेय ने कहा कि झारखंड में झामुमो कांग्रेस और राजद की सरकार है, जिसका पूरा फायदा लालू प्रसाद उठा रहे हैं। इससे पहले भी न सिर्फ झारखंड बल्कि संयुक्त बिहार में भी कांग्रेस और झामुमो के आशीर्वाद से राजद सुप्रीमो नियम-कानून के विपरीत चलते रहे हैं। कानून की नजर में लालू प्रसाद सजायफ्ता जरूर हैं, लेकिन झारखंड सरकार ने उन्हें जेल में रहते हुए भी राजनीति करने की खुली छूट दे रखी है। कैदी होने के बावजूद न सिर्फ दरबार लगाते हैं, बल्कि जेल से ही राजद सुप्रीमो सिंबल बांटते हैं और बिहार में जनता की चुनी गई सरकार को गिराने का असफल प्रयास करते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव-hindusthansamachar.in