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आयोग बनाकर गोवंश की हत्या पर कड़ाई पूर्वक रोक लगाए सरकार :विश्व हिंदू परिषद

बेगूसराय, 03 अप्रैल (हि.स.)।विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री और गौरक्षा विभाग के केंद्रीय संगठन मंत्री खेमचंद शर्मा ने कहा है कि रोजगार युक्त नौजवान, कर्ज मुक्त किसान, स्वस्थ भारत, नशा मुक्त भारत, देसी गोदुग्ध युक्त भारत, भारतीय नस्ल की गाय के दूध, गोबर, गोमूत्र एवं छाछ आदि का प्रयोग कर आत्मनिर्भर भारत-स्वावलंबी भारत की कल्पना किया जा सकता है। शनिवार को बेगूसराय गौशाला में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि 22 राज्यों में गौ हत्या का कानून है, इसके बावजूद गोवंश की हत्या हो रही है। विश्व हिंदू परिषद एक बार फिर सरकार से मांग कर रही है कि गोवंश की हत्या पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। देसी गाय आत्मनिर्भर भारत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। विश्व हिंदू परिषद चाहती है कि देश स्वस्थ और आर्थिक रूप से समृद्ध बने। ग्रीन रिव्यूलेशन के नाम पर रासायनिक खाद का प्रयोग जमकर किया गया। इससे अन्न तो बढ़ा, लेकिन बीमारी भी बड़ी, जिसके कारण यह ग्रीन रिव्यूलेशन, ग्रीन रेव्यूलेशन बनकर रह गया। विदेश में हमारे भारतीय नस्ल की गाय चिंतन का विषय है, लेकिन भारत में यह चिंता का विषय है। सरकार गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए सभी राज्य में आयोग बनाए। उन्होंने कहा कि एक समय था जब भारत में गोबर से उत्पादित अन्न, फल और सब्जियां विदेश जाती थी, बदले में हमें सोना मिलता था और भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय गोरक्षा प्रमुख त्रिलोकीनाथ बागी ने कहा कि कानून का उल्लंघन कर धड़ल्ले से गौ तस्करी हो रहा है। बिहार सरकार को बिहार में अन्य प्रांतों की तरह गौ सेवा आयोग बना कर गोवंश संरक्षण करना चाहिए। साथ ही पशु क्रूरता निवारण समिति को क्रियान्वित करना चाहिए, ताकि तस्करी को रोकने के नियम का कठोरता से पालन हो सके। बिहार के देसी नस्ल को बढ़ावा देने के लिए सरकार किसानों को कर्ज मुहैया कराए। मौके पर भाजपा नेता मृत्युंजय कुमार वीरेश समेत अन्य उपस्थित थे। इधर, शनिवार से अग्रसेन धर्मशाला में विश्व हिंदू परिषद के गौरक्षा विभाग, भारतीय गोवंश संरक्षण संवर्धन परिषद द्वारा उत्तर बिहार के गौ रक्षकों, गौ सेवकों, किसानों और गौशाला के प्रतिनिधियों के दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत की गई। जिसमें विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा गया कि वर्तमान में गौरक्षा विभाग द्वारा बिहार के सैकड़ों गांव में गोवंश आधारित खेती, पंचगव्य उत्पाद, रसायन मुक्त अनाज एवं सब्जियों का उत्पादन किसानों शुरू कराया गया है। सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए बेगूसराय गौशाला के सचिव विनोद हिसारिया ने कहा कि आज बिहार में गौशालाओं की स्थिति अच्छी नहीं है। गौशाला में गायों की रखरखाव में बजट बनाकर अनुदान की व्यवस्था होनी चाहिए। आपने भारतीयों नस्ल का संवर्धन करते हुए दूध उत्पादन में वृद्धि की जानी चाहिए। गोचर भूमि को मुक्त करा कर गाय के हित में यह जमीन गौशालाओं को मिलनी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र

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