नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चलाए सरकार : विद्यार्थी परिषद
बेगूसराय, 05 अप्रैल (हि.स.)।छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले को लेकर आक्रोश का माहौल है तथा विभिन्न संगठनों द्वारा शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दिया जा रहा है। राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने इसे लाल आतंकवाद की संज्ञा देते हुए शहीद जवानों को नमन किया है। प्रो. सिन्हा ने कहा है कि यह घटना लाल आतंकवाद है। अति सामान्य परिवारों से आये देश के सुरक्षाकर्मियों को धोखे से मारकर कौन सा तगमा या 'क्रांतिकारी' प्रगति हासिल करता है। कम्युनिस्टों के इस वर्ग को समर्थन देने वाले कुछ बुद्धिजीवी हर तरफ फैले हैं। सुकमा में शहीद सभी सुरक्षाकर्मियों को विनम्र श्रद्धांजलि। दूसरी ओर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बीहट नगर इकाई के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को अपने कार्यालय में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण हमले में शहीद हुए जवानों को दो मिनट का मौन रखकर नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। मौके पर प्रदेश कार्यकारणी सदस्य गौरव कुमार एवं पूर्व प्रदेश कार्यकारणी सदस्य मन्नु मृणाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ में 24 से ज्यादा जवान शहीद और 31 से ज्यादा जवान घायल हो गए हैं। इस ह्रदय विदारक घटना से पूरा देश मर्माहत है तथा शहीद के परिवार वालों के प्रति संवेदनाएं और नक्सली के प्रति आक्रोश है। नगर मंत्री सूर्या सिंह एवं नगर सह मंत्री कन्हैया कुमार ने कहा कि नक्सली देश और समाज के लिए खतरा हैं, इसका समय रहते इलाज किया जाना चाहिए, अन्यथा हमारे जवान इसी तरह शहीद होते रहेंगे। नक्सली देश के विकास और लोकतंत्र के लिए खतरा है। विद्यार्थी परिषद भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार से मांग करती है कि जिस तरह जम्मू-कश्मीर में आपरेशन ऑल आउट चलाकर आतंकवादियों पर नकेल कसा जा रहा है। ठीक वैसे ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आपरेशन ऑल आउट चलाकर नक्सलियों पर नकेल कसा जाय और इस घटना में सम्मिलित सभी नक्सलियों को मार गिराया जाय। मिडिया प्रभारी अविनाश आनंद एवं नगर सह सोशल मीडिया प्रभारी अमित ठाकुर ने कहा कि भारतीय सेना जब आतंकवादी और नक्सलियों को मार गिराती है तो देश के कुछ तथाकथित लोग सेना को ही दोषी ठहराते हैं। आज जब हमारे वीर जवान नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए तो वो सभी लोग चुप हैं, ऐसे लोग का चेहरा आज बेनकाब हो गया है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र