जलीय जीवों के बगैर अधूरी है गंगा,जलीय जीव ही करते हैं गंगा की रक्षा:शैलेश
आरा,14 जनवरी(हि. स.)। बक्सर जिले के नेहरू युवा केन्द्र व नमामि गंगे परियोजना के तहत चौसा व सिमरी प्रखण्ड में गंगा नदी एवं उसके जैव विविधता संरक्षण विषय पर बुुुधवार को एक सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार के माध्यम से गंगा नदी में रहने वाले जीवों के संरक्षण के बारे में लोगोंं को विस्तार से बताया गया। नमामि गंगे परियोजना बक्सर के जिला परियोजना अधिकारी शैलेश कुमार राय ने गंगा नदी एवं उसके जैव विविधता संरक्षण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय वन्य जीव संस्थान के एक सर्वे में यह पाया गया है कि 49 प्रतिशत इसके हिस्से में उच्च जैव विविधता मौजूद है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में पाया गया है कि बीते कुछ वर्षों में गंगा नदी की जैव विविधता में वृद्धि हुई है जो गंगा नदी के अच्छे स्वास्थ्य और गिरते प्रदूषण स्तर का प्रमुख द्योतक है। विदित हो कि गंगा और इसकी सहायक नदियाँ भारत के 11 राज्यों से होकर बहती हैं और देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 26.3 प्रतिशत हिस्सा कवर करती हैं किंतु गंगा नदी (जिसमें सहायक नदियाँ शामिल नहीं हैं) मुख्यतः पाँच राज्यों क्रमशः उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से होकर बहती है। सर्वेक्षण के मुताबिक लोगों के बीच यह गलत धारणा है कि गंगा में ऐसे कुछ क्षेत्र हैं जहाँ जैव विविधता नहीं है जबकि अध्ययन में यह पाया गया है कि संपूर्ण गंगा नदी में जैव विविधता मौजूद है और करीब 49 प्रतिशत हिस्से में जैव विविधता का स्तर काफी उच्च है। जिला परियोजना अधिकारी श्री शैलेश ने बताया कि गंगा नदी के असली पहरेदार जलीय जीव ही हैंं।जलीय जीवों के बिना गंगा अधूरी है ।उन्होंने कहा कि हम सभी का नैतिक कर्तव्य बनता है कि जलीय जीवों के संरक्षण के लिए आगे आयेंं।कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं के बीच फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से जीवोंं की पहचान कराई गई। साथ ही जीवोंं के संरक्षण के लिए उन्हें शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत महापुरुष स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस मौके पर जन शिक्षण संस्थान के चैयरमैन निर्मल सिंह ,बालिका उच्च विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मिथिलेश कुमार ,नवीन तिवारी,ज्योति चौरसिया,अमन कुमार, हरेंद्र कुमार के साथ सैकड़ोंं छात्राएं मौजूद थींं। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/विभाकर-hindusthansamachar.in