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आरके सिन्हा के जैविक कृषि की शुरुआत से अब दिखने लगी बदलते भारत की तस्वीर

आरा,14 जून (हि.स.)।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापक सदस्य और पूर्व राज्यसभा सदस्य आरके सिन्हा ने भोजपुर से किसानों को नई राह दिखाई है।मॉनसून पूर्व शुरु हुई वर्षा से भोजपुर जिले में जैविक खेती को लेकर बड़े पैमाने पर कार्य प्रारंभ हो गया है। आरके सिन्हा के अथक प्रयास से बिहार के भोजपुर जिले में जैविक कृषि की शुरुआत से लोगों की दिनचर्या में बड़े बदलाव की शुरुआत हुई है।पहले जहां किसान रसायन युक्त खेती को बढ़ावा देने में लगे थे वहीं किसान अब जिले में शुरु हुई जैविक खेती की प्रशंसा करने में लगे हैं।किसान जैविक खेती करने की तरफ आगे आ रहे हैं और जिले में हो रहे जैविक खेती से सीख लेने को भी उत्सुक दिखाई देते हैं। आरके सिन्हा ने भोजपुर से किसानों को नई राह दिखाई है और यहां से जैविक कृषि की शुरुआत कराकर स्वस्थ और समृद्ध भारत की बुनियाद भी रख दी है। उन्होंने भोजपुर के किसानों से भी रसायन युक्त खेती को छोड़ जैविक कृषि की राह पर आने और आने वाली पीढ़ियों को रोगमुक्त बनाने की अपील की है।उन्होंने भोजपुर जिले में जैविक कृषि को शुरु कराने के साथ यहां देशी गांवों की गौशाला के निर्माण कराए हैं।देशी गायों की गौशाला से जैविक खाद और जैविक कीटनाशक का निर्माण आसानी से हो जाता है।जैविक कृषि के लिए गायों के गोबर और गौमूत्र की बड़ी उपयोगिता है।गोबर से जहां जीवाणु युक्त खाद तैयार हो जाता है वही गौमूत्र से कीटनाशक बनाये जाते हैं। भोजपुर जिले के बहियारा गांव में बड़े स्तर पर देशी गायों की गौशाला से जैविक कृषि के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की इस पहल की सरकार और प्रशासन के स्तर से बड़ी प्रशंसा हो रही है। जैविक कृषि की शुरुआत के बाद भोजपुर जिले का नाम देश विदेशों तक गूंजने लगा है। भोजपुर जिले के बहियारा गांव में शुरु हुई जैविक कृषि ने जिले और राज्य के किसानों को साफ संदेश दे दिया है कि अगर अपनी आय को दोगुने से भी अधिक बढ़ाना है तो जैविक कृषि उनके लिए बड़ा प्लेटफार्म साबित होगा। बहियारा गांव में जैविक कृषि पर आधारित फल,सब्जियों और उत्पादों की देश विदेश में मांग लगातार बढ़ती जा रही है। आद्या मिल्क एन्ड ऑर्गेनिक प्रोडक्ट ने आज आद्या कम्पनी के नाम से देश विदेश के नागरिकों तक अपनी पहुंच बना ली है।आद्या की प्रबंध निदेशक श्रीमती पल्लवी सिन्हा के कुशल प्रबन्धन ने आद्या कंपनी को बहुत ही कम समय मे उंच्चाइयो पर पहुंचा दिया है।आद्या के उत्पाद की मांग तेजी से भारत के अलावे विदेशों में भी बढ़ी है।आद्या के उत्पादों में देशी गायों के दुग्ध,फल,सब्जियां,मध,सरसो,नारियल,बादाम जैसे खाद्य तेल और कई अन्य उत्पाद शामिल हैं जिनकी बाजार में काफी मांग है। बहियारा से शुरु हुए जैविक कृषि और जैविक कृषि पर आधारित उत्पादों का अब देश विदेश में डंका बज रहा है। भोजपुर के बहियारा से शुरु हुई जैविक कृषि अब नोएडा,देहरादून और अन्य इलाकों तक पहुंच गई है। भाजपा नेता आर के सिन्हा ने जैविक कृषि की शुरुआत कर किसानों को भी ऐसी खेती की तरफ आगे आने की राह दिखाई है जिस राह पर चलकर किसान न सिर्फ अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं।बल्कि आने वाली पीढ़ियों को कई रोगों से मुक्त भी कर सकते हैं। आरके सिन्हा का यह अभियान कोई साधारण अभियान नही है बल्कि इस अभियान की शुरुआत के साथ ही भारत को रोगमुक्त करने की बुनियाद रख दी गई है। देश और दुनिया की रिसर्च ने यह साबित कर दिया है कि पोटैशियम,नाइट्रेट,यूरिया जैसे खाद के इस्तेमाल और जहर युक्त कीटनाशक का फसलो पर छिड़काव से उत्पादित फसल का सेवन मानव जीवन के लिए खतरा है।इससे सैकड़ो बीमारियों का जन्म हो रहा है। ऐसे में जैविक कृषि को अपनाकर ही स्वस्थ भारत के निर्माण की परिकल्पना की जा सकती है। इसी सपने को साकार करने पूर्व राज्यसभा सांसद ने राजनीति और बिजनेश की दुनिया मे सफलता का परचम लहराने के बाद भी गांवों का रुख किया और अब गांवों की तस्वीर बदल रही है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेंद्र

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