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शाद ऑर्डर लगातार कैंसिल होने से फूल कारोबारियों की बढ़ी परेशानी

गोपालगंज,31 मई (हि.स.)। लॉकडाउन के कारण फूल का कारोबार करने वालों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उठ खड़ी हुई है। आमदनी घटते जाने से गृहस्थी चलाना भारी पड़ता जा रहा है। इनदिनों काम के लाले पड़ गए हैं। दिन भर यूं ही इधर-उधर कर समय बिताना पड़ रहा है। प्रशासनिक आदेश के कारण सुबह के दस बजे तक ही दुकानें खुलती हैं। ऐसे में दुकानदारी करना बेहद मुश्किल हो रहा है। परेशान दुकानदार कहते हैं कि सुबह ग्राहक आते ही नहीं और जब ग्राहकों के आने का वक्त होता है तब दुकानें बंद करनी पड़ती है। अभी सिर्फ 20 फीसदी दुकानदारी ही हो पा रही है। इतनी दुकानदारी में भी भारी अनिश्चितता का आलम बना रहता है। दुकानदार कहते हैं कि शादियों के लग्न के बावजूद फूल मंडी की हालत इतनी नाजुक बनी है कि आने वाले लम्बे समय तक इसके संभलने की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है। सबसे परेशानी का सबब यह है कि शादियों में काम के पूर्व के लिए गए ऑर्डर लगातार रद्द होने से फूल कारोबारियों की चिंता चरम पर है। एक-एक दुकानदार के पास दस से बीस काम थे लेकिन लॉकडाउन में दुकान बंदी के बाद एक के पास दो से तीन काम ही बचे हैं। मेन रोड शिवमंदिर स्थित फूल विक्रेताओं ने कहा कि प्रशासन की टेढ़ी नजर से भी परेशानी बढ़ी हुई है। प्रशासन द्वारा दुकान खोले जाने को लेकर जारी सूची में फूल कारोबार का कहीं उल्लेख नहीं है। इस कारण यह स्पष्ट ही नहीं है कि हम अपनी दुकानें खोल सकते हैं या नहीं। सामान्य गाइडलाइन को मान कर दुकान खोलने की शुरुआती दिनों में कोशिश की गयी तो पुलिस द्वारा सख्ती दिखाई गयी। इस हाल में अब अपनी दुकान के सामने फुटपाथ पर खड़े रह कर ही जैसे-तैसे कारोबार चलाने की बाध्यता है। फूल कारोबार पर चौतरफा मार पड़ी है। पटना तथा गोरखपुर से फूल की आपूर्ति होती थी। फूलों के मनभावन और अनेक वैरायटी मिल जाया करते थे। इस कारण ग्राहक बुके आदि का अधिक दाम देने को भी तैयार रहते थे। इन दिनों लॉकडाउन के कारण उत्पन्न ट्रांसपोर्टिंग की समस्या के कारण इन स्थानों से फूल मंगाना बेहद मुश्किल कार्य हो गया है। इतना ही स्थिति यह है कि फूलों की कीमतों में 60 से 70 फीसदी तक वृद्धि कर दी गयी है। होगा। हिन्दुस्थान समाचार /अखिलानंद/चंदा

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