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डीएम ने निर्माणाधीन ऑब्जर्वेशन होम का किया निरीक्षण

सहरसा, 03 मार्च(हि.स.)।जिलाधिकारी कौशल कुमार ने जेल कॉलोनी क्षेत्र में निर्माणाधीन आर्ब्जवेशन होम के कार्य प्रगति का बुधवार को स्थल निरीक्षण किया। विदित हो कि विगत फरवरी माह में जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन आर्ब्जवेशन होम का निरीक्षण के क्रम में आवश्यक दिशा निर्देश दिये थे। इस आलोक में कार्य प्रगति के संदर्भ में पुनः निरीक्षण किया गया। सबसे पहले जिलाधिकारी ने भवन परिसर व अंदर के पहुंच पथ की ढ़लाई व उँचाई को देखते हुए परिसर के अन्य भाग को इसके अनुपात में सुव्यवस्थित एवं समतल कराने का निर्देश दिया। पूरे परिसर में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिये। भवन के सभी कमरें का जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। लगाये गये खिड़की एवं दरवाजों की गुणवत्ता को भी देखा। भवन स्थित हॉल में बने शौचालय में लगे टाइल्स की गुणवत्ता पर असंतोष व्यक्त करते हुए उसे बदलने का निर्देश दिया। आर्ब्जवेशन होम के लिए उपस्कर/सामग्री की अधिप्राप्ति की स्थिति की जानकारी ली। बताया गया कि निविदा के माध्यम से सभी उपस्कर एवं सामग्री की अधिप्राप्ति कर ली गई है। विभिन्न पदों पर यथा-हाउस कीपर, रसोईया एवं हेल्पर की नियुक्ति किये जाने की जानकारी दी गयी और बताया गया कि सभी पदों पर नियुक्ति/पदस्थापन हो चुका है। भवन में बनाये जाने वाले लाइब्रेरी के संबंध में जानकारी ली गई। जिलाधिकारी ने भवन निर्माण से संबंधित अभियंताओं एवं संवेदक को 05 मार्च 2021 तक अंतिम रूप से फीनिशिग संबंधी सभी कार्य पूरा कर लेने का निर्देश दिया। सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा एवं अधीक्षक आर्ब्जवेशन होम को विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में यथाशीघ्र पूर्णरूपेण कार्यरत करते हुए संचालित कराने का निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि सहरसा में 50 विधि विवादित बच्चों की क्षमता का उक्त आर्ब्जवेशन होम की स्थापना की जा रही है। 18 वर्ष आयु से नीचे के विधि विवादित बच्चे जिनके द्वारा अपराध किया गया है और ट्रायल एवं अन्य कारणों से उनकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो गयी है, ऐसे विधि विवादित बच्चों को यहां रखा जाएगा। अब तक बिहार में एक शेखपुरा जिला में ऐसे विधि विवादित बच्चों के लिए प्लेस ऑफ सेफ्टी आर्ब्जवेशन होम संचालित किये जा रहे हैं। सहरसा में उक्त आर्ब्जवेशन होम के संचालन से 18 वर्ष से अधिक आयु के विधि विवादित बच्चों के लिए उत्तर बिहार के दृष्टिगत एक और आर्ब्जवेशन होम की स्थापना हो जाएगी। इस आर्ब्जवेशन होम में विधि विवादित बच्चों में साकारात्मक परिवर्तन के लिए लाइब्रेरी, परिसर में खेलकूद के लिए बैडमिंटन एवं वॉलीवाल, कोट भी बनाये जाएंगे। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश का अनुपालन करने एवं पुनः उनके द्वारा 06 मार्च, 2021 को निरीक्षण किये जाने का निर्देश दिया। हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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