अपडेट : बिहार में कोरोना से स्थिति भयावह, फिर मिले 2480 मरीज
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बिहार में मिले 2480 नए कोरोना मरीज संक्रमितों का कुल आंकड़ा पहुंचा 43591 पटना में फिर मिले सर्वाधिक 411 मरीज पटना ,28 जुलाई (हि.स.)। बिहार में आई कोरोना की सुनामी शांत होने का नाम नहीं ले रही। यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। राज्य में मंगलवार को फिर से 2480 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके पहले सोमवार को 2192 संक्रमित मिले थे और 1536 लोग स्वस्थ भी हुए थे। सोमवार को कोरोना संक्रमण की वजह से छह लोगों की मौत हो गई थी। इसके साथ बिहार में अभी तक कोरोना के कुल 43591 मरीज मिल चुके हैं। इनमें 266 मरीजों की मौत हो गई है। कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने यानी रिकवरी रेट की बात करें तो इसकी दर फिलहाल 67.73 फीसद है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग से जारी आंकड़े के अनुसार सूबे में कोरोना के कुल 2480 नए मरीज मिले हैं। इनमें 26 जुलाई एवं इसके पहले हुई जांच के 731 तथा 27 जुलाई को अबतक हुई जांच में मिले 1749 मरीज शामिल हैं। कुछ समय से संक्रमण के मामले में नंबर वन बने राजधानी पटना में मंगलवार को भी सर्वाधिक 411 नए संक्रमित मरीजों के साथ पटना बिहार का हाटस्पाट बना हुआ है। कुल 199 नए मरीजों के साथ मुजफ्फरपुर दूसरे स्थान पर रहा। 145 मरीजों के साथ गया तीसरे तो 128 मरीजों के साथ नालंदा चौथे स्थान पर रहा। पांचवे स्थान पर रहे सारण में 120 मरीज मिले। 'इकोमा' कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों का जीवन रक्षक बनेगा नई चिकित्सा पद्धति `इकोमा` बिहार में कोरोना के गंभीर मरीजों का जीवन रक्षक बनेगा। राज्य में बढ़ते संक्रमण और कोरोना पीड़ितों की गंभीर होती शारीरिक परेशानी को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना ने इस नई चिकित्सा पद्धति को अपनाने का निर्णय लिया है। बिहार में एम्स ने ही सबसे पहले प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से कोरोना पीड़ितों का इलाज शुरू किया है और इसमें सफलता भी मिली है। लेकिन वैसे मरीज जिन्हें कोरोना के कारण श्वास लेने में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें वेंटिलेटर पर ले जाना मुश्किल है, उनके लिए अब ''इकोमा'' का सहारा लिया जाएगा। इससे अधिक से अधिक कोरोना मरीज स्वस्थ हो सकेंगे। हिंदुस्थान समाचार/राजीव रंजन/विभाकर-hindusthansamachar.in

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