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बेगूसराय स्टेशन पर नहीं होती है कोरोना जांच

बेगूसराय, 17 अप्रैल (हि.स.)। देशभर में कोरोना का संक्रमण बेहिसाब बढ़ रहा है। बेगूसराय में भी प्रत्येक दिन संक्रमितों की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही है तथा यहां एक हजार से अधिक लोग वर्तमान में संक्रमित होकर आइसोलेट हैं। कोरोना संक्रमण खतरा के मद्देनजर बड़ी संख्या में प्रवासी बाहर से आ रहे हैं। सरकार ने निर्देश दे रखा है कि बाहर से आने वालों सभी लोगों को स्टेशन पर कोरोना जांच के बाद ही घर जाने दिया जाएगा लेकिन बेगूसराय जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन पर इसकी कोई व्यवस्था नहीं है। प्रत्येक दिन यहां सैकड़ों लोग दिल्ली से वापस लौट रहे हैं और स्टेशन पर कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण डायरेक्ट अपने घर जा रहे हैं। बेगूसराय स्टेशन पर कोरोना वायरस की जांच तो दूर थर्मल स्क्रीनिंग और सेनीटाइजर तक की व्यवस्था नहीं की गई है लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। इस संबंध में रेलवे और स्वास्थ्य विभाग के कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। सिर्फ दावा किया जा रहा है कि सभी स्टेशनों पर जांच की व्यवस्था है लेकिन बेगूसराय जिला में बरौनी जंक्शन पर ही सिर्फ जांच हो रही है। जबकि जिला मुख्यालय बेगूसराय स्टेशन पर भी इसकी व्यवस्था होनी चाहिए। लोगों का कहना है कि शासन-प्रशासन कोरोना के नाम पर पिछले एक साल से सिर्फ मजाक करते आ रही है, जिसके कारण संक्रमण बढ़ रहा है। प्रशासन का ध्यान सिर्फ मुंबई से बरौनी जंक्शन पर आने वाली ट्रेनों की ओर ही है। बेगूसराय में सिर्फ स्टेशन पर ही कोरोना वायरस की धज्जी नहीं उड़ाई जा रही है। बल्कि जीडी कॉलेज के आसपास और पिपरा में कोचिंग संचालक भी सुबह नौ बजे तक भीड़ जुटाकर पढ़ा रहे हैं लेकिन इस और भी प्रशासन का ध्यान नहीं जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। बेगूसराय सदर अस्पताल में सरेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश विक्रम ने शनिवार को बताया कि कोरोना का दूसरा लहर काफी तेज है लेकिन प्रशासन का ध्यान सिर्फ और सिर्फ सड़क पर मास्क चेकिंग में लगा हुआ है। सभी प्रोटोकॉल का पालन कराने में प्रशासन पूरी तरह से विफल है। इसमें आमजन भी दोषी हैं कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे, अभिभावक भी दोषी हैं जो अपने बच्चों को कोचिंग संस्थान में भेज रहे हैं। दिल्ली से आने वाले यात्री भी दोषी हैं जो कि स्टेशन पर व्यवस्था नहीं रहने के कारण अस्पताल जाकर चेक करा सकते थे लेकिन दिल्ली से आने वाली वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस देर शाम में बेगूसराय स्टेशन आती है। स्टेशन पर जांच की व्यवस्था नहीं रहने के कारण लोग कहां जाएं, अस्पतालों में भी रात में जांच नहीं होती है और वह लोग घर जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना का संक्रमण और तेज होना स्वभाविक है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

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