कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल में वेंटिलेटर के नाम पर छलावा
कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल में वेंटिलेटर के नाम पर छलावा

कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल में वेंटिलेटर के नाम पर छलावा

पटना,27जुलाई (हि.स.)। बिहार में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए पटना सहित चार अन्य जिलों की जिम्मेवारी स्वास्थ्य विभाग ने पीएमसीएच को सौंपी है। इसे 100 बेड का कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल बना दिया गया है लेकिन उपचार के लिए संसाधनों का घोर अभाव देखने को मिल रहा है। मरीजों को बचाने के लिए अति आवश्यक ऑक्सीजन की सुविधा हो या वेंटिलेटर या आईसीयू की, इन तीनों मोर्चे पर पीएमसीएच की हालत कमजोर है। कोरोना के लिए पीएमसीएच को सरकार ने 25 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए लेकिन उसमेंं ऑक्सीमीटर वायर समेत कई उपकरण अभी तक मिले ही नहीं हैं। इसके अलावा वेंटिलेटर के लिए जरूरी हाईप्रेशर ऑक्सीजन आपूर्ति, कमरे की हवा को बाहर निकालने के लिए अच्छी क्वालिटी के एग्जॉस्ट फैन भी कुछ वार्डों में नहीं हैंं। 20 लीटर वाले ऑक्सीजन सिलेंडर में कई बार एक से दो लीटर ही गैस होती है। वहीं डॉक्टर यह मानकर चलते हैं कि अब उन्हें 6 से 7 घंटे तक कोई परेशानी नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से 25 वेंटिलेटर उपलब्ब्ध हो गए हैं। अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने बताया कि वेंटिलेटर लगाने का काम शुक्रवार से शुरू हो गया है और दो दिनों में इसे पूरा कर लिया जाएगा। मगर यहां की स्थिति देखकर लगता है कि स्थिति में अभी भी कोई परिवर्तन नहीं आया है। हिन्दुस्थान समाचार/मुरली/विभाकर-hindusthansamachar.in

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