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कैट के व्यापार बंद का बिहार में दिखा मिलाजुला असर

कैट का दावा- बिहार की 30 प्रतिशत दुकानें बंद रहीं जीएसटी कानून को लचीला बनाए जाने की मांग को लेकर बुलाया गया था बंद पटना, 26 फरवरी (हि.स.)। वस्तु एंव सेवाकर (जीएसटी) के कुछ प्रविधानों के विरोध में कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से आयोजित राष्ट्रव्यापी व्यापार बंद का राजधानी पटना समेत बिहार में मिलाजुला असर देखने को मिला। बंद समर्थक पटना में सड़क पर उतर गए, और जो दुकानें बंद नहीं थीं, उनसे शटर गिराने का आग्रह किया गया। हालांकि कैट ने दावा किया है कि 30 प्रतिशत दुकानें स्वत:बंद रही। कैट के बिहार प्रदेश अध्यक्ष कमल नोपानी ने कहा कि जीएसटी के कुछ प्रविधानों के विरोध में भारत व्यापार बंद को सभी व्यावसायिक संघों ने अपना समर्थन दिया था।उन्होंने कहा कि प्रदेश में 30 प्रतिशत के करीब दुकानें स्वत: बंद रहीं। अन्य दुकानों को बंद कराने के लिए कैट की टोली पटना में घूम-घूम कर आग्रह करती रही।नोपानी ने कहा कि पटना सहित पूर्णिया, छपरा आदि जिलों में बंद का व्यापक प्रभाव रहा। अन्य जिलों में मिलाजुला रुख रहा, हालांकि जीएसटी के जिन प्रावधानों का कैट विरोध कर रहा है, उसे सभी व्यावसायिक संघ अपना समर्थन दे रहे हैं। जीएसटी का जो मूल स्वरूप है उसे 900 से अधिक बार संशोधित कर बिगाड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को इतने अधिकार दे दिये गए हैं कि वे बिना नोटिस या सुनवाई के ही जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद कर सकते हैं। मामूली चूक पर भी बैंक खाता सीज करने, संपत्ति जब्त करने जैसे कड़े दंड का प्राविधान किया गया है। इससे व्यापारी हतोत्साहित हैं। ऐसे ही प्रावधानों का हम विरोध कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस मसले पर गंभीरतापूर्वक विचार करे और जीएसटी से जुड़े कानूनों को लचीला बनाए जिससे हम उसका पालन कर सकें। व्यावसायिक संगठनों में बंद को लेकर आम सहमति नहीं होने की बात भी सामने आई है। कटिहार जिले में चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ने दावा किया कि उनके जिले के व्यवसायी इस बंद से खुद को बाहर रखे हुए थे। उन्होंने कहा कि बंद को लेकर व्यवसायियों को पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई। इधर, कैट के शाहाबाद प्रभारी बबलू कश्यप ने बताया कि शाहाबाद प्रक्षेत्र के चार जिलों भोजपुर, रोहतास, बक्सर और कैमूर में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक सांकेतिक बंद रखा गया। जीटी रोड पर सामान्य दिनों की तरह चले ट्रक और अन्य वाहन बंद का आह्वान जीएसटी नियमों के कुछ प्रविधानों के विरोध में किया गया था। बिहार से गुजरने वाले प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग जीटी रोड पर वाहनों का परिचालन सामान्य दिनों की तरह ही दिखा। दिन चढ़ने के साथ दुकानें भी खुलने लगी थीं। हालांकि व्यवसायी संगठनों के द्वारा बंद के सफल होने का दावा किया जाता रहा। रोहतास जिले से कैट के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक अपनी दुकानें बंद रखीं। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव रंजन

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