बेगूसराय, 01 जनवरी (हि.स.)। कई दर्द, दुःख और झंझावात को झेलते हुए 2020 समाप्त हो चुका है। शुरू हुआ साल 2021 एक नई कहानी देगा, ऐसा लोगों को विश्वास है और विश्वास होना स्वभाविक ही है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने करीब छह साल में बेगूसराय में बिहार के आर्थिक परिवर्तन की बुनियाद रख दी है। केन्द्र सरकार द्वारा यहां शुरू किए गए एक दर्जन से अधिक बड़ी परियोजनाओं के कारण बेगूसराय ही नहीं, बिहार उद्योग के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। बेरोजगारी दूर कर आत्मनिर्भरता और आर्थिक समृद्धि के लिए आधारभूत संरचना का व्यापक पैमाने पर बदलाव हो रहा है। जिसके कारण ना सिर्फ बेगूसराय के आर्थिक परिवर्तन और समृद्धि के द्वार खुलने लगे हैं। बल्कि, बिहार और पूरे पूर्वोत्तर भारत में विकास की एक नई शुरुआत दिखने लगी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सभी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। चल रही 30 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं बेगूसराय और बिहार ही नहीं, देश के आर्थिक, समाजिक और आधारभूत प्रगति का वरदान साबित होगा। नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बेगूसराय के बरौनी रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ। खाद कारखाना का निर्माण हो रहा है। गंगा नदी पर सिक्स लेन रोड पुल, गंगा नदी पर डबल लाइन रेल पुल, एनएच-31 का फोरलेन तथा बेगूसराय-मुंगेर के बीच गंगा नदी पर निर्मित रेल-सह-सड़क पुल के सड़क मार्ग का निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर शुरू हुआ। सभी योजनाओं पर चल रहे काम पर प्रधानमंत्री की सीधी नजर है। 2021 में इन परियोजनाओं में से कम से कम तीन परियोजनाओं के पूरा हो जाने की उम्मीद है। अगस्त तक जहां मुंगेर रेल पुल का सड़क मार्ग शुरू हो जाएगा। वहीं, इसी साल बरौनी खाद कारखाना से नीम कोटेड यूरिया का भी उत्पादन शुरू हो जाएगा। पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट का काम भी अधिक से अधिक हो जाने की उम्मीद है। सिमरिया में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल का काम भी करीब पूरा होने की उम्मीद है। इसके अलावा इसी साल मटिहानी और शाम्हो के बीच गंगा नदी पर सड़क पुल का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाने की आशा है। तमाम केंद्रीय परियोजना को पूरा करवाने तथा नई-नई परियोजनाओं को शुरू करवाने के लिए केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह के साथ-साथ राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा भी दिन-रात एक किए हुए हैं। कुल मिलाकर कहा जाय तो 2021 में केन्द्र सरकार की नीति से बेगूसराय समेत बिहार और पूर्वोत्तर भारत के आर्थिक परिवर्तन और समृद्धि का द्वार खुलने की पूरी उम्मीद है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र-hindusthansamachar.in