वीर कुंवर सिंह की 163 वें विजयोत्सव किया गया झंडोत्तोलन

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सहरसा,23 अप्रैल (हि.स.)।वीर कुंवर सिंह की 163वें विजयोत्सव के अवसर पर शुक्रवार को कुंवर सिंह जागरण मंच द्वारा कुंवर सिंह चौक एवं वीर कुंवर सिंह उच्च विद्यालय स्थित उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया गया। वीर कुंवर सिंह चौक पर आयोजित समारोह में झंडोत्तोलन अध्यक्ष की अनुपस्थिति में पूर्व अध्यक्ष अजय सिंह द्वारा किया गया। बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव पर आयोजित झंडोत्तोलन कार्यक्रम के दौरान वीर कुंवर सिंह जागरण मंच के पूर्व अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह आजादी की लड़ाई के महान योद्धा थे। भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक ने जीवनप्रयंत अंग्रेजी हुकूमत से लड़ते रहे। श्री सिंह ने कहा कि आजादी की पहली लडाई के महानायक के साथ इतिहासकारों ने न्याय नहीं किया। इतिहास लेखन के विभिन्न स्कूलों के इतिहासकारों ने कुंवर सिंह के बारे में लिखने के लिए ब्रिटिश सोर्स को ही प्राथमिक आधार बनाया। अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सन 1857 में विद्रोह का बिगुल फूंकते हुए दानापुर से लखनऊ तक जीत का परचम लहराया। ब्रिगेडियर डगलस की फौज उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकी। 23 अप्रैल 1858 को बाबू वीर कुंवर सिंह ने जगदीशपुर के अपने किले पर कब्जा कर अंग्रेजी हुकूमत को जबरदस्त शिकस्त दी। कोरोना के कारण आयोजित सादे समारोह में मंच के सचिव बिजय बसंत सहित मुरली प्रसाद सिंह, मुरारी सिंह, शैलेन्द्र शेखर, दिलीप सिंह, बम शंकर सिंह, हरि ओम सिंह, रमेन्द्र प्रताप बब्बू, संगम सिंह राजपूत, साधु सिंह, माधव राज सिंह, संजय गुप्ता, श्याम देव झा, देव सिंह, संजीव सिंह, बिजय सिंह, बिपुल सिंह, सतीश चीकू सहित अन्य मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/अजय

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