सीएम ने इजरायल के समर्थन से एग्री सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की रखी आधारशिला
सीएम ने इजरायल के समर्थन से एग्री सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की रखी आधारशिला

सीएम ने इजरायल के समर्थन से एग्री सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की रखी आधारशिला

-केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को देगी बढ़ावा : सीएम गुवाहाटी, 02 नवम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने सोमवार को भारत के इजरायली राजदूत डॉ रॉन मलका की उपस्थिति में गुवाहाटी के बाहरी इलाके खेत्री में इंडो-इजरायल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल्स प्रोटेक्टेड कल्टीवेशन की आधारशिला रखी। 10.33 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना से राज्य के किसानों को नवीनतम इज़राइली तकनीकों से उनके उत्पादन और आय की वृद्धि करने में मदद करने के लिए राज्य में कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। उम्मीद जतायी गयी है कि उत्कृष्टता केंद्र, असम में कृषि और बागवानी उत्पादन को बड़ा बढ़ावा देगा, जिससे राज्य के किसानों को अधिक से अधिक आर्थिक लाभ मिलेंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केंद्र किसानों के आय को दोगुना करने के लिए सरकार के प्रयासों के साथ ही कृषि, कृषि व्यवसाय और खाद्य प्रसंस्करण में प्रौद्योगिकी को बल देगा। मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण पिछले छह वर्षों में पूर्वोत्तर में जबरदस्त विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि हवा में पर्याप्त सुधार के साथ ही देश की विकास में मध्य क्षेत्र को लाया गया है। राज्य और साउथ ईस्ट एशिया और आसियान के लिए प्रवेश द्वार बनने के लिए सड़क और नदी की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब इस क्षेत्र को सांस्कृतिक आदान-प्रदान, व्यापार और वाणिज्य, यात्रा और पर्यटन के लिए एक आशाजनक गंतव्य के रूप में देखा जाता है। सोनोवाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा असम में खाद्यान्न, फल, सब्जी आदि के वार्षिक उत्पादन में किए गए सकारात्मक पहल के कारण हाल के वर्षों में काफी वृद्धि हुई है। सोनोवाल ने बताया कि यहां के किसान अब दुबई जैसी जगहों पर फलों और सब्जियों का निर्यात करने में सक्षम हो गए हैं। लंदन, बैंकॉक, अबू धाबी और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय गंतव्य हैं जहां पर यहां के कृषि उत्पाद पहुंच रहे हैं। उन्होंने पूर्वोत्तर भारत को एक जैविक केंद्र बनाने की केंद्र सरकार की योजना पर जोर दिया और इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा की गई पहलों पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में राज्य की पर्यटन क्षमता पर भी प्रकाश डाला और रोजगार सृजन करने और राज्य की आर्थिक प्रगति में अत्यधिक योगदान देने में इजराइली सरकार के साथ काम करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने इज़राइल के साथ राज्य में स्टार्ट-अप एक्सचेंज कार्यक्रम के माध्यम से इज़राइल के विकास को आगे बढ़ाने और असम में विभिन्न स्टार्ट-अप परियोजनाओं के इजरायली मेंटरशिप के बारे में भी बात की। अपने संबोधन में राज्य के औद्योगिक विकास के बारे में भी बताया। उन्होंने राज्य के औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाने में इजरायल की मदद करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कृषि और संबद्ध, पर्यटन और स्टार्टअप के साथ-साथ अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों में इज़राइल सरकार के सहयोग से असम के किसानों और उद्यमियों को भविष्य के लिए एक विश्वसनीय मंच खोजने में मदद मिलेगी। भारत में इजरायल के राजदूत डॉ रॉन मलका ने हाल के वर्षों में भारत और इजरायल के बीच दोस्ती के करीबी बंधन को रेखांकित किया और कहा कि भारत और इजरायल एक आदर्श मित्र हैं, जहां दोनों देश एक दूसरे के पूरक हैं। यहां तक कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इजरायल दोनों ने मिलकर लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के उद्घाटन के साथ भारत-इजरायल साझेदारी गतिशीलता में असम का स्वागत किया। इससे पहले सोमवार को राजदूत के नेतृत्व में एक इजरायली प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर बुलाया और इजरायल और असम दोनों के लिए फायदेमंद विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। इस मौके पर कृषि मंत्री अतुल बोरा, मुख्यमंत्री के कानूनी और मीडिया सलाहकार शांतनु भराली और हृषिकेश गोस्वामी, सांसद क्वीन ओझा, विधायक अतुल बोरा समेत अन्य कई गणमान्य व्यक्ति आज के कार्यक्रम में उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार / अरविंद-hindusthansamachar.in

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