विश्व बांस दिवस का व्यापक आयोजन, अब फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध असम का बांस उत्पाद
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विश्व बांस दिवस का व्यापक आयोजन, अब फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध असम का बांस उत्पाद

विश्व बांस दिवस का व्यापक आयोजन, अब फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध असम का बांस उत्पाद गुवाहाटी, 18 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा है कि असम में बांस की खेती के क्षेत्र में असीम संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने बांस उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ये बातें मुख्यमंत्री सोनोवाल ने शुक्रवार को राजधानी के खानापाड़ा स्थित असम प्रशासनिक कर्मचारी प्रशिक्षण महाविद्यालय प्रेक्षागृह में आयोजित विश्व बांस दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। इस कार्यक्रम का आयोजन स्टेट बैंबो डेवलपमेंट एजेंसी, बैंबो टेक्नोलॉजी पार्क छयगांव तथा असम सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। पूरे विश्व में बांस उत्पाद की मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार ने भारत में चर्चित ऑनलाइन ई-मार्केटिंग कंपनी फ्लिपकार्ट के साथ बांस उत्पाद को बेचने का करार किया है, ताकि असम के विश्व प्रसिद्ध बांस को पूरी दुनिया में फैलाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में फिलहाल 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर का बांस उत्पाद बिकता है। मुख्यमंत्री ने युवाओं तथा नए उद्यमियों से अपील की कि वे बांस उत्पादन के क्षेत्र में कार्य करें। बांस की खेती करने में काफी फायदा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांस को वृक्ष की श्रेणी से हटाकर घास की श्रेणी में लाकर इसे काटकर बेचना सहज बना दिया। जिस कारण अब बांस काटना, इसे ले जाना और बेचना आसान हो चुका है। उन्होंने कहा कि स्टेट बंबू डेवलपमेंट एजेंसी के पदाधिकारी बांस उत्पादन के लिए आगे बढ़ कर आने वाले किसानों को इसमें सहायता करें। इस अवसर पर मौजूद राज्य के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने कहा कि सरकार की ओर से बांस के अच्छे-अच्छे किस्म उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इससे किसानों को अधिक लाभ प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने कहा कि बांस आज हरा सोना बन चुका है। उद्योग विभाग ने इसकी महत्ता को समझते हुए अधिक से अधिक बांस की खेती करवाने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही व्यापक पैमाने पर राज्य में बांस की खेती शुरू करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि नुमलीगढ़ रिफाइनरी (एनआरएल) द्वारा जैविक ईंधन का उत्पादन शुरू कर दिया गया है, जिसके जरिए प्रत्येक वर्ष राज्य में 5 लाख मैट्रिक टन बांस की खपत होगी। उन्होंने कहा कि बांस के उत्पाद अब धीरे-धीरे चीन से बाहर आकर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में फैलेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अब तक असम में जिस बांस का उत्पादन होता है उसकी गुणवत्ता उतनी अच्छी नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने अच्छे किस्म के बांस के बीज उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की है। इस अवसर पर असम बैंबो डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा साइकिल प्योर अगरबत्ती के साथ एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किया गया। असम बैंबो डेवलपमेंट एजेंसी की सीईओ डिंपी बोरा इस दौरान असम बैंबो एंड केन पॉलिसी के विभिन्न प्रावधानों का भी प्रदर्शन किया। उद्योग एवं वाणिज्य विभाग आयुक्त सह सचिव केके द्विवेदी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। जहां कई गणमान्य व्यक्ति एवं वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश /अरविंद-hindusthansamachar.in

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