चराईदेव (असम), 02 अगस्त (हिस)। कोरोना वायरस के परीक्षण के नाम पर असम के एक व्यवसायी को परेशान कर अवैध रूप से उससे धन इकट्ठा करने के आरोप को लेकर नगालैंड की चराईदेव में पिछले एक सप्ताह से आर्थिक नाकेबंदी जारी थी। चराईदेव जिला प्रशासन, नगालैंड के मोन जिला प्रशासन और सोनारी के विभिन्न संगठनों के बीच चर्चा के दौरान आर्थिक नाकेबंदी को अस्थाईयी रूप से वापस ले लिया गया। सूत्रों ने बुधवार को बताया है कि चराईदेव जिला में कई व्यापारिक संगठनों ने तथा असम-नगालैंड सीमा नामतोला की व्यापारियों तथा जातीय संगठनों ने इस आर्थिक नाकेबंदी में अनिश्चित समय के लिए इस अवरोध कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इस अवरोध से नगालैंड का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था। इससे नगालैंड के मोन जिला में खाद्य संकट पैदा हो गया था। इसके मद्देनजर चराईदेव जिला के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जीतू कुमार दास, चराईदेव जिला की सीमा शाखा के पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में नगालैंड के अतिरिक्त उपायुक्त पकन कम और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अवरोधकारियों दल-संगठनों के साथ असम-नगालैंड को जोड़ने वाले नामतोला पुल को लेकर एक चर्चा में हिस्सा लिया। हिन्दुस्थान समाचार /देबोजानी/ अरविंद-hindusthansamachar.in