गांव वालों के लिए आतंक का पर्याय बना बाघ
गांव वालों के लिए आतंक का पर्याय बना बाघ

गांव वालों के लिए आतंक का पर्याय बना बाघ

गोलाघाट (असम), 06 सितम्बर (हि.स.)। गोलाघाट जिला के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के निकटवर्ती ग्रामीण इलाके में एक बाघ आतंक का पर्याय बना हुआ है। जिसकी वजह से गांव वाले काफी परेशान हैं। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले चार-पांच दिनों से बंगाल टाइगर ने कई पालतू जानवरों को अपना निवाला बना लिया है। स्थानीय लोगों ने कहा है कि काजीरंगा और कार्बी आंग्लांग वन विभाग को इसकी जानकारी दिए जाने के बाद भी वन विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठायए जाने का आरोप लगाया गया है। जिसकी वजह से लोग दहशत के बीच जीने को मजबूर हैं। गत 05 दिनों से तेंदुआ काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के दक्षिण एवं कार्बी आंग्लांग जिला और नगांव जिला के सीमावर्ती इलाका के एक नंबर बागरी रंपी गांव में आतंक मचा रखा है। गांव वालों ने वन विभाग से इलाके में पिंजरा लगाकर बंगाल टाइगर को पकड़ने का आह्वान किया है। हिन्दुस्थान समाचार /असरार/ अरविंद-hindusthansamachar.in

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