कामाख्या मंदिर को खोलने की तैयारी जोरों पर
कामाख्या मंदिर को खोलने की तैयारी जोरों पर

कामाख्या मंदिर को खोलने की तैयारी जोरों पर

गुवाहाटी, 22 सितम्बर (हि.स.)। राजधानी के नीलाचल पहाड़ पर स्थित विश्व विख्यात शक्तिपीठ कामाख्या मंदिर के कपाट को कोरोना वायरस के कारण बंद कर दिया गया था। मंदिर परिसर में पर्यटकों व श्रद्धालुओं के आने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। गत 20 मार्च से मंदिर का कपाट बंद था। सरकार ने भले ही 08 जून से कुछ शर्तों पर धार्मिक संस्थानों को जनता के लिए खोलने की अनुमति दी है लेकिन, कामाख्या देवालय प्रबंधन समिति ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए मंदिर को अब तक बंद रखने का फैसला किया है। और मंदिर में होने वाले जरूरी अनुष्ठानों को भी बंद कर दिया गया था। इस दौरान विश्व विख्यात अंबुबासी मेले को पहली बार आयोजित नहीं किया गया। कोरोना के चलते गत छह माह से बंद कामाख्या मंदिर पुनः श्रद्धालुओं के लिए खोलने की तैयारी जोरों पर चल रही है। उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण राज्य के अनेक मठ, मंदिरों को खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इसके तहत गत 19 सितम्बर को कामरूप (मेट्रो) जिला कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें तीर्थयात्रियों को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रबंधन समिति को उपायुक्त द्वारा एक निर्देश जारी किया गया। दिशा निर्देश के तहत सामाजिक दूरी को बनाए रखने के लिए व भीड़ नियंत्रित करने के लिए दिन में पांच सौ दर्शनार्थियों के लिए होल्डिंग एरिया की व्यवस्था करना, ऑनलाइन से श्रद्धालुओं के प्रवेश पत्र की व्यवस्था करना, कामाख्या के निचले इलाके में तीर्थयात्री लिए कोरोना मेडिकल टेस्ट करवाना, पुलिस प्रशासन के लिए अस्थायी रूप से स्थानों का निर्माण करना आदि पूरा कर आगामी 24 सितम्बर से कामाख्या मंदिर के कपाट को खोलने के लिए व दर्शनार्थियों के लिए मंदिर परिक्रमा करने की व्यवस्था करने की अनुमति प्रदान की है। इस संदर्भ में मंगलवारको कामाख्या मंदिर परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर मंदिर संचालना समिति ने कामाख्या मंदिर को खोलने को लेकर विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। समिति ने बताया कि पांच सौ दर्शनार्थियों के लिए सिद्धेश्वर मंदिर के मैदान में होल्डिंग एरिया का निर्माण किया गया है। साथ ही कामाख्या की नवनिर्मित पार्किंग स्थान को भी होल्डिंग एरिया बनाने की तैयारी चल रही है। लेकिन, इसके लिए और कुछ समय की जरूरत है। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि अब तक तीन हॉल बॉडी सैनिटाइजिंग टनल स्थापित किया जा चुका है। होल्डिंग क्षेत्रों को भी सैनिटाइज करने के लिए अत्यावश्यक मशीन और थर्मल चैनल की व्यवस्था की गयी है। इस संदर्भ में मंदिर प्रबंधन का कहना है कि उपायुक्त के निर्देश को पूरा होने के बाद ही कामाख्या मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। जिसकी तैयारियां अब जोरों से चल रही है। कामाख्या मंदिर पर संचालन समिति ने बताया है कि मंदिर खुलने के बाद कामाख्या मंदिर में प्रवेश करने के लिए तीन दिन पहले की कोविड परीक्षण का नेगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी है। नेगेटिव सर्टिफिकेट होने पर ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। मंदिर परिसर में भी परीक्षण की व्यवस्था होगी। मंदिर खुलने के बाद मंदिर में जरूरी अनुष्ठानों के लिए विशेष अनुमति लेनी होगी। हिन्दुस्थान समाचार/ देबोजानी/अरविंद-hindusthansamachar.in

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