उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पण के साथ छठ महापर्व का फकीराग्राम में समापन
उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पण के साथ छठ महापर्व का फकीराग्राम में समापन

उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पण के साथ छठ महापर्व का फकीराग्राम में समापन

कोकराझार (असम), 21 नवम्बर (हि.स.)। कोकराझार जिला के फकीराग्राम में शनिवार को उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का सफल समापन हो गया। चार दिवसीय महापर्व के दौरान भगवान भास्कर की आराधना में पूरा इलाका डूबा रहा। ठंड के बावजूद घाटों पर व्रतियों, श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। इस मौके पर छठ घाटों पर की गई आकर्षक साज-सज्जा का दृश्य भी काफी मनोहारी था। शनिवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर व्रतियों ने 36 घंटे के निर्जला उपवास को समाप्त किया। फकीराग्राम हेल नदी के घाट पर श्रद्धालु की भारी भीड़ देखी गयी। इससे पहले शुक्रवार की शाम को छठ घाटों पर व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। अर्घ्य के दौरान व्रतधारी महिला-पुरुष जल में काफी देर तक हाथ जोड़े खड़े रह कर सूर्य की आराधना की और अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया। सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए विभिन्न पूजा समितियों द्वारा छठ घाटों, सड़कों पर आकर्षक विद्युत साज-सज्जा सहित कई प्रकार के इंतजाम किए किए गए थे ताकि, व्रतियों को कोई कठिनाई न हो। अर्घ्य अर्पित करने के बाद घाटों पर सुहागिन महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। पूजा संपन्न होने के बाद छठ का प्रसाद पाने के लिए भी लोगों की काफी भीड़ देखी गई। छठ घाटों पर सुबह चार बजे से ही व्रतियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। कई व्रती पूरे रास्ते दंडवत कर छठ घाट तक पहुंचे। पूरे छठ महापर्व के दौरान प्रशासन की ओर से भी पुख्ता प्रबंध किए गए थे। जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात किए गए थे। लोक आस्था का महान पर्व छठ श्रद्धा एवं भक्ति भरे वातावरण में संपन्न हो हो गया। ज्ञात हो कि कोरोना महामारी के कारण फकीराग्राम छठ पूजा समिती ने सरकार और जिला प्रशासन द्वारा जारी नियमों का पालन करने और करवाने की भरपूर कोशिश की जिसमें वे पूरी तरह से कामियाब भी रहे। हिन्दुस्थान समाचार /किशोर/ अरविंद-hindusthansamachar.in

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