आपसी झगड़े के कारण टूटेगी कांग्रेस- भाजपा
आपसी झगड़े के कारण टूटेगी कांग्रेस- भाजपा

आपसी झगड़े के कारण टूटेगी कांग्रेस- भाजपा

गुवाहाटी, 09 अगस्त (हि.स.)। मौजूदा राजनीतिक संकट कांग्रेस में अंदरूनी झगड़े के कारण है और इनके नेता बेकार ही भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस के भीतर का झगड़ा बाहर आ चुका है। और, कांग्रेस अब नेतृत्वहीन पार्टी बन गई है। यह बात पूरी तरह से सार्वजनिक हो चुकी है। असम भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता जानकी खाउंड ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि कांग्रेस, एआईयूडीएफ तथा अन्य विरोधी दल के साथ हाथ मिलाने का आह्वान किया है। ये कदम कांग्रेस के आत्मविश्वास को खोने को उजागर करता है। उन्होंने कहा की शनिवार को संवाद सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने अपने संबोधन में कांग्रेस पार्टी की इस दुर्बल स्थिति को उजागर किया है। आने वाले 2021 के विधानसभा चुनाव में कामयाब होने के लिए कांग्रेस को एआईयूडीएफ के साथ हाथ मिलाना होगा। इसके अलावा दूसरा और कोई चारा नहीं है। यह बातें स्वयं तरुण गोगोई ने कही है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि, एक बात तो सच है कि तरुण गोगोई अब तक "हू इज बदरुद्दीन? कहकर हुंकार भरते थे। पर अब बदरुद्दीन की सहायता न मिलने से चुनाव लड़ना प्रायः असंभव है, यह बातें अब उनकी समझ में आ गया है।” भाजपा नेत्री ने कहा कि वर्तमान समय में कांग्रेस की अंदरूनी झगड़ों के कारण पार्टी विभिन्न टुकड़ों में बंट गयी है। पूरी तरह से नेतृत्वहीन हो गयी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा अब तक कांग्रेस का प्रमुख हैं, फिर भी दल में अन्य नेताओं का प्रभाव उनसे अधिक दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी स्वाधीनता के बाद 70 सालों तक शासन कर लोगों को प्रताड़ित ही करती आयी है। विभिन्न रूप से प्रताड़ित कर भूमिपूत्रों का भरोसा कांग्रेस पूरी तरह से खो चुकी है। उन्होंने कहा कि असम में सर्वानंद सोनोवाल नेतृत्वाधीन सरकार बीते चार सालों में विकासात्मक कार्य और जनकल्याण की योजनाओं द्वारा राज्यवासियों के लिए लगातार काम कर रही है। राज्यवासी सरकार के कामकाज से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। इसलिए इस सरकार के प्रति लोगों की आस्था और विश्वास पहले से अधिक बढ़ा है। उन्होंने बताया है कि बीते कल इंडिया टुडे के एक सर्वे मूड ऑफ द नेशन के आधार पर यह बातें सामने आयी है कि मोदी सरकार की अधिक लोकप्रियता के कारण देश में चुनाव होने से पुनः भाजपा सरकार की जीत होगी। असम में इसका प्रतिबिंब दिखाई दे रहा है और आने वाले दिनों में चुनाव में भाजपा सरकार ने सौ से भी अधिक विधानसभा की सीट जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हिन्दुस्थान समाचार /देबोजानी/ अरविंद-hindusthansamachar.in

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