आतंक का पर्याय बना तेंदुआ पकड़ा गया
डिब्रूगढ़ (असम), 17 फरवरी (हि.स.)। डिब्रूगढ़ जिला के लेपेटकाटा स्थित डिब्रूगढ़ ब्रह्मपुत्र क्रेकर एवं पॉलिमर लि. (बीसीपीएल) परिसर के इलाके में पिछले दो सप्ताह से आतंक का पर्याय बने एक तेंदुआ को पकड़ने में बुधवार को वन विभाग ने सफलता मिली है। बीसीपीएल की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवानों ने दो सप्ताह पूर्व संस्थान के परिसर में एक तेंदुआ को टहलते देखा था। बीसीपीएल के उत्पादन इकाई के कमरे में तेंदुआ को देखने के बाद सीआईएसएफ ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी थी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम तेंदुआ को पकड़ने के लिए गैस क्रेकर प्रकल्प में दो सप्ताह पूर्व तीन पिंजराें को लगाया गया था। दो सप्ताह के बाद बुधवार को अंततः एक पिंजरे में तेंदुआ कैद हो गया। तेंदुआ के पकड़े जाने पर स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम तेंदुआ को अपने साथ ले गयी। बाद में पशु चिकित्सकों की मदद से तेंदुआ के स्वास्थ्य की जांच की गयी। बाद में उसे दिहिंग पाटकाई वनांचल में वन विभाग ने छोड़ दिया। डिब्रूगढ़ वन विभाग के रेंजर पल्लव सैकिया ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बीसीपीएल में ड्यूटी पर तैनात सीआईएसएफ ने इलाके में तेंदुआ के आने की जानकारी दी थी। इसके आधार पर हमने तीन पिंजरों को इलाके में लगाया था जिसके चलते आज तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। हिन्दुस्थान समाचार/ अऱविंद-hindusthansamachar.in