congress-raised-questions-on-the-foundation-of-pm39s-mahabahu-brahmaputra-scheme-and-two-bridges
congress-raised-questions-on-the-foundation-of-pm39s-mahabahu-brahmaputra-scheme-and-two-bridges

कांग्रेस ने पीएम के महाबाहु-ब्रह्मपुत्र योजना और दो पुलों की आधारशिला पर उठाये सवाल

गुवाहाटी, 19 फरवरी (हि.स.)। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रधानमंत्री द्वारा असम के विकास के लिए गुरुवार को शुरू की गयी योजनाओं को लेकर सवाल खड़े किये हैं। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की मीडिया सेल की प्रदेश की अध्यक्ष बबिता शर्मा ने एक बयान जारी कर योजनाओं के क्रियान्वयन की आलोचना की है। उल्ल्खनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को महाबाहु-ब्रह्मपुत्र नामक परियोजना का उद्घाटन किया था। इस परियोजना के माध्यम से निमती घाट-माजुली द्वीप, उत्तर गुवाहाटी-दक्षिण गुवाहाटी और धुबरी-हाटसिंगिमारी के बीच रो पैक्स फेरी सेवा के अलावा अन्य कई योजनाओं शुभारंभ और निर्माण कार्य को शुरू किया था। साथ ही माजुली और धुबरी में ब्रह्मपुत्र पर बनने वाले दो पुलों की आधारशिला रखी थी। बबिता शर्मा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले भी वर्ष 2017 के अक्टूबर महीने में गुजरात में रो रो फेरी सेवा के अधीन रो पैक्स फेरी सेवा का शुभारंभ किया था। घोघा और दहेज बंदरगाह के बीच चलने वाली रो पैक्स फेरी सेवा अब पूरी तरह से बंद पड़ी है। उन्होंने कहा कि असम सरकार का दावा है कि इस रो पैक्स फेरी सेवा के शुरू होने पर सड़क मार्ग से दूरी कम हो जाएगी। जबकि, अभी से रो-रो सेवा की मालिक कंपनी सीवेक प्राइवेट लिमिटेड इस फेरी सेवा को बेचने की कोशिश कर रही है लेकिन ग्राहक नहीं मिल रहा है। कांग्रेसी नेता ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि इस फेरी सेवा द्वारा प्रतिदिन 12 हजार लोग यात्रा कर सकेंगे। लेकिन, सच बात यह है कि इस रो पैक्स फेरी सेवा के माध्यम से नरेंद्र मोदी अडानी को असम में औद्योगिक साम्राज्य स्थापित करने का अवसर दे रहा हैं। गुजरात में गत वर्ष द्वितीय रो पेक्स फेरी सेवा का शुभारंभ किया गया था। लेकिन, इस मार्ग पर पड़ने वाला हजीरा टर्मिनल अडानी हजीरा प्राइवेट लिमिटेड को 11 महीने के लिए लीज पर दे दिया गया। उन्होंने कहा कि उद्घाटन के दो दिन बाद ही फिल्ट जाम होने की बात कहकर इस फेरी सेवा को बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर मोदी सरकार का असली उद्देश्य दूसरा है। असमवासी अब तक 2016-17 के फरवरी महीने में निमाती घाट-माजुली को जोड़ने वाले पुल की रखी गयी आधारशिला को अभी नहीं भूले। ऐसे में सवाल उठता है कि अपनी विसफलता को ढंकने के लिए भाजपा सरकार आधारशिला स्थापन करने का नाटक बार-बार क्यों कर रही है। प्रदेश कांग्रेस विधानसभा चुनावों के मुद्दे पर सत्ताधारी पार्टी भाजपा को घेरने के लिए कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहती है। कांग्रेस का भाजपा लगातार हमला तेज हो रहा है। वहीं भाजपा भी कांग्रेस की घेराबंदी तेज कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार /देबोजानी/ अरविंद

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in