स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा का सीएम ने किया विमोचन
बरपेटा (असम), 19 फरवरी (हि.स.)। जिला के बरपेटारोड शहर में शुक्रवार को स्वामी विवेकानंद के दर्शन को युवाओं के बीच फैलाने के उद्देश्य से स्वामी विवेकानंद की एक आदमकद प्रतिमा का विमोचन किया गया। स्वामी विवेकानंद के स्वदेशी को लेकर दिये गये बयान के 125 वर्ष पूरा होने के अवसर पर बरपेटारोड शहर के बीचों-बीच स्थित मोहनलाल चौधरी स्मृति उद्यान में स्वामी जी की प्रतिमा स्थापित की गयी जिसका विमोचन मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने किया। ज्ञात हो कि स्वामी विवेकानंद के दर्शन को केंद्र में रखते हुए पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर निवासी स्वप्न माइटी नामक एक कलाकार ने ब्रांज की प्रतिमा का निर्माण किया है। ज्ञात हो कि स्वामी जी की यह प्रतिमा पूर्वोत्तर में सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसके निर्माण पर 21 लाख रुपये का खर्च आया है। वहीं स्वामी विवेकानंद के आदर्श को स्थापित करने के लिए 65 लाख रुपये की लागत से एक प्रकल्प का भी निर्माण करने का सरकार ने निर्णय लिया है। इसके लिए राज्य सरकार के अनटाइड फंड से 15 लाख रुपये, सरभोग के विधायक रंजीत कुमार दास ने विधायक विकास पूंजी से 18 लाख रुपये मुहैया कराने की घोषणा की है। साथ ही शेष धनराशि स्थानीय जनता के सहयोग से एकत्र की जाएगी। प्रतिमा के विमोचन अवसर पर मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि भारतीय सभ्यता, संस्कृति के मार्ग को दिखाने वाले स्वामी विवेदानंद प्रत्येक भारतीय के लिए एक आदर्श हैं। उन्होंने सोच और उनके वक्तव्य को वास्तविक रूप में स्वीकार करने पर देश के साथ ही समाज का विकास होगा। प्रतिमा विमोचन कार्यक्रम के मौके पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, सरभोग के विधायक व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, विशिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता बशिष्ठ बुजरबरुवा समेत अन्य वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये। प्रतिमा विमोचन के मद्देनजर शुक्रवार की सुबह बरपेटारोड शहर में एक विवेक चेतना नामक शोभायात्रा भी निकाली गयी। वहीं कार्यक्रम के दौरान एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद