cm-participated-in-the-national-agri-horticulture-show--2021-in-a-virtual-way
cm-participated-in-the-national-agri-horticulture-show--2021-in-a-virtual-way

सीएम ने वर्चुअल तरीके से नेशनल एग्री-हॉर्टिकल्चर शो-2021 में लिया हिस्सा

-सोनोवाल ने एग्री उत्पादों के मूल्य संवर्धन पर दिया जोर गुवाहाटी, 21 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने गुरुवार को गोलाघाट जिला के बोकाखात स्टेडियम में आयोजित नेशनल एग्री-हॉर्टिकल्चर शो-2021 के उद्घाटन समारोह में अपने कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल से वर्चुअल रूप में में हिस्सा लिया। कृषि-बागवानी शो का आयोजन कृषि, बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा असम कृषि विश्वविद्यालय और भारतीय वाणिज्य मंडलों और उद्योगों के सहयोग से किया गया है। इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कृषि विभाग द्वारा की गई पहल की सराहना की और कहा कि कृषि-बागवानी शो युवाओं को आधुनिक कृषि तकनीकों से परिचित कराने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि युवा किसान इस शो के माध्यम से कृषि उत्पादों के तकनीकी नवाचारों, विपणन के अवसरों और मूल्यसंवर्धन के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारों ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने किसानों से अपने उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करने और 2022 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों आय दोगुनी करने के दृष्टिकोण को सफल बनाने का भी आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कृषि उत्पादों के मूल्यसंवर्धन के लिए किसानों का आह्वान करते हुए उनसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों पर पकड़ बनाने का प्रयास करने की अपील की। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने कृषि अवसंरचना को मजबूत करने के लिए 1 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा करने के अलावा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए कृषक सम्मान निधि, कृषि सिंचाई योजाना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, केसीसी आदि जैसी योजनाओं को शुरू किया है। सोनोवाल ने कहा, मेरी सरकार के गठन के बाद से कृषि क्षेत्र को विकसित करने के लिए ईमानदारी से काम कर रहे हैं। सीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण विकास योजना के तहत ट्रैक्टरों का वितरण, कृषि सा साजुली योजना के तहत वित्तीय सहायता जैसे कदम किसानों की आय को बढ़ाने के लिए उठाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों को केंद्र सरकार द्वारा लागू एक्ट ईस्ट नीति का लाभ उठाने और राज्य की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में योगदान देने का भी आह्वान किया। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस अवसर पर वर्चुअल रूप से हिस्सा लेते हुए कहा कि असम तेजी से कृषि उत्पादन के मामले में एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है। असम के कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि असम देश का 50 फीसद चाय और 28 फीसद बांस का उत्पादन करता है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने मेगा फूड पार्क स्थापित करने की दिशा में कदम उठाया है जो किसानों की आय और राज्य की जीडीपी बढ़ाने में मदद करेगा। किसानों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डालते हुए, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश में किसानों को लगभग 13 लाख करोड़ बैंक ऋण स्वीकृत किए गए। असम सरकार के कृषि, बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण आदि मंत्री अतुल बोरा ने कहा कि किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और आम जनता को बेहतर बातचीत, किसानों के प्रशिक्षण, प्रदर्शनी, सेमिनार के लिए एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से कृषि-बागवानी शो का आयोजन किया गया है। किसानों को वाणिज्यिक खेती की ओर आकर्षित करेंगे। उन्होंने किसानों से प्रतिस्पर्धात्मक मानसिकता के साथ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने का भी आग्रह किया। इस मौके पर असम सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नब कुमार दौलोई, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार हृषिकेश गोस्वामी और मुख्यमंत्री के कानूनी सलाहकार शांतनु भराली जनता भवन में मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे। जबकि मुख्यमंत्री ने प्रतिभागियों को आज वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। दूसरी ओर, जल संसाधन मंत्री केशव महंत, सांसद कामाख्या प्रसाद तासा, विधायक भावेन भराली और मृणाल सैकिया, कृषि विभाग के प्रधान सचिव राजेश प्रसाद, कृषि विभाग के आयुक्त एवं सचिव आकाश दीप, नाइजीरिया, घाना, मंगोलिया, फिजी, भूटान, कांगो के उच्चायुक्त, असम कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिद्युत चन्द्र डेका, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक पी शिवकुमार, पशु चिकित्सा विभाग के सचिव अशोक बर्मन, इंडोनेशिया के सचिव, वियतनाम के राजनीतिक और आर्थिक सत्र के प्रमुख, डीसी गोलाघाट बिबाश मोदी, निदेशक बागवानी, असम सीड्स कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष आदि अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। हिन्दुस्थान समाचार / अरविंद-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in