माजुली में आयोजित महिला समारोह में मुख्यमंत्री ने लिया हिस्सा
-सीएम ने महिला सशक्तिकरण के जरिए राज्य के विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी माजुली (असम), 17 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि महिलाएं वह केंद्र हैं, जिसके ईर्द-गिर्द पर पूरा समाज घूमता है। महिलाओं की अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने महिला सशक्तीकरण को एक निश्चित आयाम और आकार देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। बुधवार को माजुली के दरिया में आयोजित महिला समारोह में मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि महिलाओं की शक्ति का एहसास करना और उनकी संभावित शक्ति का उपयोग करने के लिए राज्य सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। मातृ शक्ति, श्रद्धा शक्ति (मां की शक्ति सर्वोच्च है) को वर्णन करते हुए मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि अगर राज्य की महिलाओं को केंद्रीय स्तर पर लाया जाता है तो वे राज्य के विकास में अहम योगदान दे सकती हैं। इसलिए उन्होंने राज्य की सभी महिलाओं से राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण के लिए शुरू की गई सभी योजनाओं का अच्छी तरह से लाभ लेने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने महिलाओं की भलाई के लिए अधिक महिला केंद्रित योजनाएं शुरू करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान किए बिना असम की प्रगति नहीं हो सकती है, इसलिए उन्होंने कनकलता महिला सबलीकरण योजना, इंदिरा मिरी विधवा पेंशन योजना, आई देव हैंडिक महिला सम्मान योजना आदि के बारे में कहा कि ये योजनाएं महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करती हैं। मुख्यमंत्री सोनोवाल ने माजुली के सर्वांगीण विकास के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई है तब से विकास के लिए कनेक्टिविटी को महत्वपूर्ण बनाया है। उन्होंने कहा कि इस नदी द्वीप की कनेक्टिविटी को विकसित करने के लिए हमारी सरकार काम कर रही है। इस संदर्भ में सोनोवाल ने ब्रह्मपुत्र पर जोरहाट-माजुली के बीच बनने वाले पुल के बारे में उल्लेख किया, जिसके निर्माण कार्य का उद्घाटन 18 फरवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री सोनोवाल ने इस अवसर पर कनकलता महिला सबलीकरण योजना के रूप में महिला लाभार्थियों को चेक प्रदान किए। उन्होंने इस अवसर पर उच्चतर माध्यमिक परीक्षाओं की मेधावी छात्राओं को उनके मेधावी परिणामों को मान्यता देने के लिए स्कूटी भी प्रदान किया। ज्ञात हो कि असम सरकार 12वीं की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण छात्राओं को स्कूटी प्रदान करने के लिए इस वर्ष से योजना आरंभ की है। इस मौके पर देउरी ऑटोनॉमस काउंसिल की सीईएम माधुरी देउरी, माजुली जिला परिषद के चेयरपर्सन पप्पू हजारिका दत्ता, माजुली जिला उपायुक्त बिक्रम कोइरी, एएसआरएलएम के निदेशक कृष्ण बरुवा के साथ ही अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार / अरविंद-hindusthansamachar.in