न्यायालय की रोक के बावजूद आयोजित हुआ भैंसा युद्ध
नगांव (असम), 15 जनवरी (हि.स.)। भोगाली बिहू के मौके पर राज्य में परंपरागत रूप से भैंसों के युद्ध का आयोजन लंबे समय से होता आ रहा है। हालांकि, इस युद्ध में भैंसों को काफी चोट भी आती हैं। इसको लेकर उच्चतम न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) द्वारा रोक लगाई गई है। बावजूद हर वर्ष की तरह इस बार भी नगांव जिला के साथ ही राज्य के अन्य कई हिस्सों में भैंसों का युद्ध आयोजित किया गया। माघ बिहू के पहले दिन नगांव जिला के फूलगुरी देउबाली पथार में भैंसों के परंपरागत युद्ध का आयोजन किया गया। इस दौरान भारी संख्या में लोग भैंसों का युद्ध देखने के लिए पहुंचे। इस बार 10 जोड़ा भैंसों के बीच युद्ध का आयोजन हुआ। उल्लेखनीय है कि भैंसों के मालिक वर्ष भर अपने भैंसों को युद्ध के लिए तैयार करते हैं। इसके लिए भैंसों के खाने-पीने पर काफी पैसे भी खर्च करते हैं। इस लड़ाई को परंपरा के साथ जोड़कर देखा जाता है। यही कारण है कि पुलिस भी न्यायालय के आदेश का पूरी तरह से पालन कराने में नाकाम रहती है। हिन्दुस्थान समाचार /असरार/ अरविंद-hindusthansamachar.in