भाजपा जीतने वाले उम्मीदवारों को ही देगी टिकट : दिलीप सैकिया
गुवाहाटी, 18 जनवरी (हि.स.)। असम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी विधानसभा चुनावों में 100 प्लस सीटों के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने संगठनात्मक प्रयासों को तेज कर दिया है। इस पहल के तहत पार्टी सभी पार्टी मंत्रियों और विधायकों के काम की समीक्षा कर रही है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य भाजपा समन्वय समिति के सदस्य दिलीप कुमार सैकिया के अनुसार पार्टी टिकट केवल उन्हीं (मंत्रियों और विधायकों सहित) को दिया जाएगा जिनके जीतने की संभावना सबसे अधिक है। जिन मंत्रियों और विधायकों के जीतने की संभावना कम है उनके टिकट काट दिए जाएंगे। प्रत्येक मंत्री-विधायक के कार्यों की पहले से ही समीक्षा की जा रही है। दिलीप सैकिया के अनुसार किसी को भी पार्टी का टिकट देने से पहले जीतने की संभावना का विश्लेषण किया जाएगा। सैकिया द्वारा की गई टिप्पणी से एक बात स्पष्ट है कि कम से कम उन मंत्रियों-विधायकों को जो इस बार पार्टी की समीक्षा में जीतने की संभावना कम है उन्हें पार्टी के टिकट से वंचित होना पड़ेगा। दूसरी ओर सैकिया के अनुसार आगामी विधानसभा चुनावों के लिए, कई नए चेहरों को पार्टी का टिकट मिलने की संभावना है। भाजपा और बीपीएफ के बीच गठबंधन के बारे में बोलते हुए पार्टी महासचिव ने स्पष्ट कर दिया कि हाग्रामा मोहिलरी नेतृत्वाधीन बीपीएफ पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने कहा है कि यूपीपीएल पार्टी के साथ पहले से ही गठबंधन है। बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के तहत आने वाले 12 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा, यूपीपीएल और गण सुरक्षा पार्टी के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा जाएगा। सैकिया ने असम गण परिषद (अगप) को "विश्वसनीय सहयोगी" के रूप में बताते हुए कहा है कि भाजपा इस गठबंधन को जारी रखेगी। इसी तरह, गण शक्ति, राभा हांसोंग यौथा मंच के साथ भी गठबंधन जारी रहेगा। और, इसके अलावा भाजपा कुछ अन्य छोटे राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन के माध्यम से चुनावी मैदान में उतरेगी। दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने रविवार को बरपेटा में आयोजित एक रैली में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मूल मंत्र के उद्देश्य से पूरे देश में प्रगति और विकास को बढ़ावा देना है। दास ने कहा कि बरपेटा जिला के सरभोग में अल्पसंख्यक समुदाय के 4,500 पुरुष और महिलाएं भाजपा में शामिल हुई है। पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अल्पसंख्यक क्षेत्रों में अल्पसंख्यक रैलियां आयोजित करने का भी फैसला किया है। अल्पसंख्यक समुदाय के प्रत्येक बूथ में 20 से अधिक सदस्य हैं। प्रदेश अध्यक्ष रंजीत दास के अनुसार पार्टी ने आगामी चुनावों में अल्पसंख्यक मूल के 10 उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का प्रस्ताव दिया है। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद-hindusthansamachar.in