असम चुनाव: तीसरे चरण में कई दिग्गजों की किस्मत लगी दांव पर
गुवाहाटी, 05 अप्रैल (हि.स.)। असम विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में 40 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 06 अप्रैल को बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) क्षेत्र के अंतर्गत तीन जिलों सहित निचले असम के 12 जिलों में मतदान होगा। तीसरे चरण में राज्य के कई दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है। 79 लाख से अधिक मतदाता 11401 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिसमें 25 महिला उम्मीदवारों सहित 337 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। तीसरे चरण के चुनाव में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के तहत छह मंत्रियों सहित कई प्रमुख उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें जालुकबारी से डॉ हिमंत विश्वशर्मा, गुवाहाटी पूर्व से सिद्धार्थ भट्टाचार्य, धर्मपुर से चंद्र मोहन पटवारी, बंगईगांव से फणी भूषण चौधरी, कोकराझार पूर्व से प्रमीला रानी ब्रह्मा, सिडली से चंदन ब्रह्म और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास पटचारकुची से शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा विधायक अतुल बोरा, अशोक कुमार सिंघी, नारायण डेका, सुमन हरिप्रिया, अश्विनी राय सरकार, कांग्रेस के मौजूदा विधायक रेकिबुद्दीन अहमद, नंदिता दास, वाजेद अली चौधरी, शेरमान अली अहमद, अब्दुर रशीद मंडल, सुकुर अली अहमद, जाकिर हुसैन सिकदार, अबुल कलाम रशीद आलम, एआईयूडीएफ विधायक हाफिज बशीर अहमद, नजरुल हक, निजनुर रहमान, अगप विधायक गुनिंद्र नाथ दास, रामेंद्र नारायण कलिता, बीपीएफ विधायक मजेंद्र बोरो, रबीराम नार्जारी, कमलसिंह नार्जारी तीसरे चरण के चुनाव मैदान में हैं। पटाचारकुची सीट से अगप उम्मीदवार के रूप में 2016 का विधानसभा चुनाव जीतने वाले पबिंद्र डेका अब नवगठित असम जतीय परिषद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास भी अपनी 2016 वाली सीट को छोड़कर पाटाचारकुची से चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह भवानीपुर से एआईयूडीएफ के विधायक अब्दुल कलाम आजाद को पार्टी का टिकट नहीं मिलने पर इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हैं। दुधनै से भाजपा विधायक दीपक कुमार राभा भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। उल्लेखनीय है इस बार तीसरे चरण में जिन 40 सीटों पर मतदान होने जा रहा है, उस पर 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 11 सीटें, कांग्रेस ने भी 11 सीटें, एआईयूडीएफ ने 6, बीपीएफ ने 8 और अगप ने 4 सीटें जीती थीं। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/रामानुज