किर्गिस्तान में 15 हजार मेडिकल छात्रों समेत विधायक पुत्र फंसे, पीएम मोदी तक पहुंची बात
किर्गिस्तान में 15 हजार मेडिकल छात्रों समेत विधायक पुत्र फंसे, पीएम मोदी तक पहुंची बात

किर्गिस्तान में 15 हजार मेडिकल छात्रों समेत विधायक पुत्र फंसे, पीएम मोदी तक पहुंची बात

किर्गिस्तान में 15 हजार मेडिकल छात्रों समेत विधायक पुत्र फंसे, पीएम मोदी तक पहुंची बात रायपुर, 24 मार्च (हि.स.)। दुनियाभर में कोरोना वायरस के फैलते प्रकोप बीच रुस और उनके आस पास के देशों में हजारों भारतीय छात्रों पर मुसीबत आ गई है। रूस के पड़ोसी देश किर्गिस्तान में भी हजारों की संख्या में भारतीय मेडिकल छात्र फंसे हुए हैं जिनमें छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक वृहस्पति सिंह का बेटा भी शामिल है। दूर देश में फंसे अपने बेटे को बचाने के लिए कांग्रेस विधायक ने वहां फंसे सभी भारतीय मेडिकल छात्रों को सुरक्षित भारत लाने की मांग की है। इस सिलसिले में उन्होंने राज्यपाल अनुसुइया उइके को एक पत्र लिखा है। हालांकि विधायक ने किर्गिस्तान में फंसे 500 मेडिकल छात्रों का ही हवाला दिया है। लेकिन हिन्दुस्थान समाचार को किर्गिस्तान में पढ़ने वाले एक छात्र ने वहां से जानकारी दी है कि किर्गिस्तान में इस वक्त 15000 से भी अधिक मेडिकल छात्र फंसे हुए हैं। छात्र ने यह भी बताया कि वे लोग वहां के भारतीय एम्बेसी के लगातार संपर्क में हैं। वहां के लिए भारती सरकार ने कुछ आपातकाली संपर्क नंबर भी जारी किये हैं लेकिन वहां की स्थिति सामान्य होने और छात्रों की संख्या हजारों में होने की वजह से उन्हें भारत नहीं लाया जा रहा है। किर्गिस्तान में पढ़ने वाले छ्त्तीसगढ़ के मेडिकल छात्र ने बताया कि स्थिति अगर बिगड़ती है तो उन्हें वहां से एयरलिफ्ट करने की बात कही गई है। चार दिनों पहले ही भारत सरकार के एक विशेष विमान से रुस और वहां के आस पास से क्षेत्रों से सैंकड़ों भारतीय मेडिकल छात्रों को मुंबई और दिल्ली लाया गया है। छत्तीसगढ़ के विधायक ने हालांकि 80 छात्रों की सूची राज्यपाल को सौंपी है। जिसके बाद राज्यपाल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिख कर मेडिकल छात्रों को वापस लाने की व्यवस्था कराने की मांग की है। मिली जानकारी के अनुसार, विधायक के अनुरोध पर राज्यपाल ने विदेश मंत्री के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिख कर अवगत कराया है। हिन्दुस्थान समाचर/रंजन/सुनीत-hindusthansamachar.in

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