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कोरबा : सायबर सेल की तत्परता से ठगी एकाउंट में कराई गई राश‍ि वापस

कोरबा, 09 अप्रैल (हि स ) । जिले में घटित हो रहे सायबर अपराध की रोकथाम हेतु पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा कीर्तन राठौर, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कोरबा रामगोपाल करियारें, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा योगेश साहू द्वारा समय-समय पर आम-जनता को जागरूक करने एवं ठगी का शिकार होने से बचाने हेतु निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में पुलिस की साइबर सेल ने पीड़ित को ठगी के 17 लाख 83 हजार रुपये वापस दिलाया। कोरबा पुलिस की ओर से शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि 28 मार्च 2021 दिन रविवार को पीड़ित गोविन्द प्रसाद कैथवास को अज्ञात मोबाइल नंबर 9064740713 से रविकुमार नामक व्यक्ति का फोन आया जिसके द्वारा पीड़ित को कहा गया कि मै मुम्बई भारतीय स्टेट बैक कस्टमर केयर से बोल रहा हूॅ। पीड़ित को फरवरी में बैक के द्वारा केवायसी करने का मैसेज आया था पर आपने अभी तक केवायसी नहीं कराया गया है, हम यहीं से आपका केवायसी अपडेट कर देंगे। यदि आप केवायसी नहीं कराएंगे तो आपका बैक बैलेंस होल्ड कर बैलेंस जीरो कर दिया जाएगा। फिर आपके पास बैंक से मैसेज में एक नंबर आयेगा, उसे बताना पडेगा। थोडी देर बाद पुनः उक्त नंबर से पीड़ित को फोन कर बताया गया कि आपका बैक बैलेस होल्ड कर आपका बैलेस जीरो कर दिया गया है। आप केवायसी मैसेज दे दीजिए और आप जब तक केवायसी नहीं कराएंगे तब तक आपका बैक खाता होल्ड कर दिया गया है। उसके बाद आप अपना पैसा बगैर केवायसी कराए निकाल नहीं सकते हैं। पीड़ित द्वारा अपने योनो (नेट बैकिंग) के माध्यम से अपने एकाउंट का बैलेंस चेक करने पर एकांउट का बैलेस जीरो हो गया था। तुरंत एटीएम में जाकर बैलेस चेक करने पर 17लाख 83 हजार 41 रुपये का आहरण दिखाते हुए शेष रकम 38 पैसा प्रदर्शित हो रहा था। पीड़ित द्वारा तत्काल चौकी रामपुर आकर अपने एसबीआई एकाउंट नंबर 10223638399 से 17लाख 83 हजार 41 रुपये योनो एप्स/इंटरनेट बैकिंग के माध्यम से ठगी हो जाने की लिखित शिकायत दर्ज कराने पर रामपुर चौकी प्रभारी/सायबर सेल कोरबा उनि मयंक मिश्रा के द्वारा ठगी हो जाने को गंभीरता से लेते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक मीणा को हालात से अवगत कराते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय कोरबा कीर्तन राठौर के मार्गदर्शन में सायबर सेल को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। आवेदक के बैक एकांउट नंबर एवं कार्ड नंबर को बैक में मेल कर जानकारी प्राप्त किया गया। बैक के अधिकारी के द्वारा बताया गया कि पीड़ित का कुल रकम 17 लाख 83 हजार 41 रुपये को ठगों के द्वारा योनो एप्स के माध्यम से फिक्स डिपाजिट कर दिया गया है। मेल से जानकारी प्राप्त होने पर सायबर सेल के द्वारा तत्परता से कार्रवाई करते हुए लगातार बैक से संपर्क कर ट्रान्जेक्शन को होल्ड कराया गया। सायबर सेल की तत्परता से कुल राशि 17 लाख 83 हजार 41 रुपये वापस पीड़ित के एकाउंट में वापस कराई गई। बताते चलें कि ठगों के द्वारा योनो एकांउट को हैक करने के पश्चात ट्रान्जेक्शन करने के लिए केवायसी कराने के नाम से ओटीपी की माॅग करते हैं। ठगो के द्वारा पीड़ित के योनो एप्स के माध्यम से पूरी राशि को एफडी कर लिया जाता है। चूंकि एफडी करने के लिए मोबाइल में ओटीपी की जरूरत नहीं पड़ती है, इसका फायदा उठाकर ठगों के द्वारा पीड़ित के एकाउंट की पूरी राशि को एफडी कर केवाायसी कराने के नाम से ओटीपी भेजकर ठगी की जा रही है। कोरबा पुलिस आम जनता से अपील करती है कि फोन अथवा ऑनलाइन ट्रान्जेक्शन के माध्यम से ओटीपी अथवा बैक एकाउंट से संबंधित कोई भी जानकारी किसी से शेयर ना करे। साथ ही योनो/इंटरनेट बैकिंग का यूजर आईडी/पासवर्ड को स्ट्राॅग रखे, अपना जन्मतिथि/अपना नाम ना रखे। हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी

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