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कोंडागांव : धार्मिक भेदभाव के चलते नहीं दिया जा रहा गरीब सुखराम को राशन

कोण्डागांव, 10 मई (हि.स.)। धार्मिक भेदभाव के चलते गरीबों को राशन नहीं दिए जाने का मामला सामने आया है। उक्त मामला जिला व तहसील कोण्डागांव के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत चमई के ग्राम चमई का बताया जा रहा है। राशन कार्ड होने के बावजूद भी सुकराम कोर्राम पिता मनूराम कोर्राम 50 वर्ष को विगत दो माह से सेल्स मेन रनसाय सोरी पिता मनीराम सोरी के द्वारा राशन नहीं दिया जा रहा है। राशनकार्ड धारक हितग्राही द्वारा सेल्स मेन से राशन नहीं देने का कारण पूछने पर सेल्स मेन कहता है कि पहले सरपंच को बुलाओ तब चावल दूंगा। जब हितग्राही सरपंच को बुलाने जाता है, तो सरपंच मेहतू सोरी पिता लैखन सोरी भी गोलमोल जवाब देकर कन्नी काट लेता है। सरपंच व सेल्स मेन दोनों के उक्त व्यवहार से हितग्राही सुकराम कोर्राम काफी अधिक परेशान हो चुका है। राशन नहीं मिलने से परेशान सुकराम कोर्राम के विषय में जानकारी देते हुए क्षेत्र के एक जागरुक नागरिक ने प्रेस को बताया कि सुकराम कोर्राम नाम के हितग्राही को सेल्स मेन और सरपंच दोनों के द्वारा राशन न देकर महज इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योकि सुकराम कोर्राम प्रभु ईशुु मसीह को मानने लगा है तथा नियमित रूप से वह प्रार्थना करने जाता है और इसी धार्मिक भेदभाव का शिकार सुखराम को होना पड़ रहा है। उक्त मुद्दे को लेकर एक-दो बार सुकराम को प्रताड़ित भी किया गया है। कुल मिलाकर सेल्स मेन एवं सरपंच दोनों के कारण सरकार से गरीबों को मिलने वाला राशन भी नहीं मिल पा रहा है। वहीं लाॅकडाउन के कारण कहीं कुछ कामकाज भी नहीं चल रहा है, जिससे कि सुकराम कोर्राम स्वयं एवं अपने पर आश्रित परिवारजनों का जीवनयापन कर सके। ऐसी कठिन परिस्थितियों में सुकराम कोर्राम करे, तो क्या करे ? वर्तमान में सुकराम और उसका परिवार काफी परेशानियों का सामना कर रहा है। प्रेस प्रतिनिधि को यह जानकारी देकर आग्रह किया गया है कि धार्मिक भेदभाव के चलते सुकराम कोर्राम को राशन नहीं देने के मामले का खबर प्रकाशन कर, इस संवेदनशील मामले को शासन-प्रशासन तक पहुंचाया जाए, ताकि सुकराम कोर्राम को न्याय मिल सके। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव गुप्ता

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