रोजी-रोटी कमाने के लिए रोजाना पठानकोट से कठुआ आने वाले लोगों को प्रदेश में नहीे मिला प्रवेश, किया प्रदर्शन
रोजी-रोटी कमाने के लिए रोजाना पठानकोट से कठुआ आने वाले लोगों को प्रदेश में नहीे मिला प्रवेश, किया प्रदर्शन

रोजी-रोटी कमाने के लिए रोजाना पठानकोट से कठुआ आने वाले लोगों को प्रदेश में नहीे मिला प्रवेश, किया प्रदर्शन

कठुआ 8 जून (हि.स.)। जम्मू कश्मीर के पड़ोसी राज्य पंजाब के जिला पठानकोट और उसके आसपास के क्षेत्रों से कठुआ में रोजी-रोटी के लिए रोजाना आने जाने वाले लोगों ने सोमवार को पूर्व कश्मीर में प्रवेश ना दिए जाने पर विरोध प्रदर्शन किया। वही इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रशासन और जिला कठुआ प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है िकवे कठुआ में निजी इकाइयों और अपने निजी व्यवसाय चलाते हैं और रोजाना पठानकोट से कठुआ आना-जाना करते थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते राज्य की हदें सील हो गई थी जिसके चलते कामकाज पर नहीं जा पाए। उन्होंने कहा कि 8 जून को उन्हें उम्मीद थी कि राज्य की हदे खोल दी जाएंगी और वे सभी लोग अपने कामकाज पर जम्मू कश्मीर में जा सकते हैं, लेकिन सोमवार को जब अपने कामकाज के लिए राज्य में प्रवेश करने के लिए लखनपुर पहुंचे तो उन्हें रोक लिया गया और उन्हें राज्य में प्रवेश नहीं दिया गया, जिसके चलते लोगों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले 2 महीने से बंद के चलते उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो चुकी है, खाने-पीने के लाले पड़ चुके हैं और घर का गुजारा चलाना मुश्किल हो गया है। इसलिए उन्हें जम्मू कश्मीर में प्रवेश दिया जाए ताकि वह अपने कामकाज खोल सके। वहीं जिला उपायुक्त ने इस संबंध में बताया कि अभी बाहरी राज्य से रोजाना आना जाना नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग कठुआ में किस इकाई या अपना व्यवसाय चला रहे हैं वह लोग कठुआ में आ सकते हैं लेकिन उन्हें कठुआ में ही रहना होगा। उन्होंने कहा कि अगर वह रोजाना आना-जाना करना चाहते हैं तो वह नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कठुआ में काम करने के लिए बाहरी राज्यों से आने के लिए किसी को रोक नहीं है, लेकिन उनका टेस्ट लिया जाएगा उसके बाद एकांतवास में रखा जाएगा, उसके बाद रिपोर्ट आने पर उन्हें आगे जहां भी वह काम करते हैं वहां भेज दिया जाऐगा, लेकिन उन्हें कठुआ में ही रहना होगा रोजाना आने जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। हिन्दुस्थान समाचार/सचिन/बलवान-hindusthansamachar.in

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