जनता कर्फ्यू: काशी में शंखनाद,थाली-ताली-घण्टा बजाकर काशीवासियों ने जताया आभार

जनता कर्फ्यू: काशी में शंखनाद,थाली-ताली-घण्टा बजाकर काशीवासियों ने जताया आभार

जनता कर्फ्यू: काशी में शंखनाद,थाली-ताली-घण्टा बजाकर काशीवासियों ने जताया आभार — कोरोना वायरस के खिलाफ सामूहिक जंग में दिखाई एकजुटता — हर-हर महादेव के गगनभेदी उद्घोष के बीच आतिशबाजी भी की वाराणसी,22 मार्च (हि.स.)। मानव समाज के लिए खतरा बने नोवेल कोरोना वायरस के खिलाफ सामूहिक जंग में लोगों के स्वास्थ्य के लिए जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों और कर्मचारियों के लिए रविवार का दिन यादगार और ऐतिहासिक बन गया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'जनता कर्फ्यू' की अपील पर लोग खुद पूरे दिन अपना कामकाज ठप कर घरों में रहे। शाम को स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व मीडिया के कर्मचारियों के समर्थन में घर के छत, बालकनी और खिड़कियों में खड़े होकर ताली,थाली,शंख के साथ घंट बजा उनके प्रति कृतज्ञता जताई। इस दौरान लोग हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच आतिशबाजी कर पटाखे भी छोड़ते रहे। प्रधानमंत्री के आह्वान पर उनके संसदीय क्षेत्र के लोगों ने धर्म सम्प्रदाय से उपर उठ पूरे भरोसे के साथ कोरोना वायरस से जंग में पहली बार एकजुट होकर लड़ने का जज्बा भी दिखाया। कोरोना को लेकर किसी के मन में कोई भय नहीं दिखा। जिले के ग्रामीण और शहरी अंचल में लोगों ने तय समय शाम पांच बजे जब एक साथ ताली, थाली,घंट घड़ियाल बजाई तो थोड़ी देर के लिए समय भी ठहर गया। आयुर्वेद में माना जाता है कि शंख ध्वनि और घंटा-घड़ियाल सामूहिक बजाने से मन में उत्साह व जोश बढ़ता है। जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ भय भी दूर होता है। फिजाओं में मौजूद वायरस व बैक्टिरिया का नाश भी होता है। इसके पहले जनता कर्फ्यू के चलते सुबह से वाराणसी में चहुंओर सन्नाटा पसरा रहा। गंगा घाट और गलियां तक विरान दिखी। शहर में चौबीसों घंटे गुलजार रहने वाले क्षेत्र गोदौलिया,चौक, लंका, मैदागिन और पांडेयपुर में भी यहीं हाल रहा। ग्रामीणों और शहरियों के साथ शहर में मौजूद देशी-विदेशी पर्यटक भी होटलों,गेस्टहाउस और धर्मशालाओं से बाहर नही निकले। उधर,जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने "जनता कर्फ्यू" में शहर में भ्रमण के दौरान बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण एवं उससे बचाव के लिए 'जनता कर्फ्यू' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर जनता द्वारा ही लगाया गया है। जिसका उद्देश्य है कि सब लोग अपने-अपने घरों में रहे। और 14 घंटे अपने घरों में रहे तो पूरा वायरस का साइकिल ब्रेक हो और कोई भी संक्रमण शहर में फैलता हो, तो वह रुक जाए। उन्होंने बताया कि यह जनता कर्फ्यू 99 फीसदी प्रभावी है। लोग अपने-अपने घरों में हैं। किसी भी संक्रमण से लोग स्वयं को भी बचा रहे हैं और अपने परिवार व समाज सभी को बचा रहे हैं। पूरे शहर को संक्रमण से रोकने के लिए अपना योगदान दे रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/राजेश-hindusthansamachar.in

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