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जगदलपुर: प्रस्तावित उद्योग के विरोध में ग्रामीण लामबंद, 11 गांवो की बनी संघर्ष समिति

जगदलपुर, 2 अप्रैल (हि.स.)। जिले के बस्तर विकास खण्ड के मार्कण्डेय नदी के किनारे ग्राम चपका में मेसर्स गोपाल स्पंज एंड पावर प्राइवेट उद्योग प्रस्तावित है, जिस पर ग्राम पंचायत चपका के सरपंच-उपसरपंच के द्वारा ग्रामीणों को बिना विश्वास में लिए ग्रामसभा कर प्रस्ताव पारित करने का आरोप लगा है। इस उद्योग के विरोध में बनी संघर्ष समिति के सदस्य पिलीबाई कश्यप व चन्दरु राम बघेल ने बताया कि प्रस्तावित उद्योग बस्तर संभाग के पांचवीं अनुसूची क्षेत्र के नियमों का उल्लंघन है, बावजूद इसके ग्राम के सरपंच-उपसरपंच द्वारा ग्राम वासियों को बिना सूचना किये ही फर्जी ग्राम सभा के जरिये प्रस्तावित उद्योग के लिये सहमति बताकर प्रस्ताव पारित किया गया। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है, इसके विरोध में 11 गांवों के लोगो ने संघर्ष समिति बनाई है, जिसके द्वारा कलेक्टर से मिलकर फर्जी ग्रामसभा में पारित प्रस्ताव के जांच की मांग ग्रामीणों ने किया है। कलेक्टर को संघर्ष समिति ने बताया कि प्रस्तावित मेसर्स गोपाल स्पंज एंड पावर प्राइवेट उद्योग के स्थान पर धार्मिक मान्यता (घोड़साड़ डांड व चरु देव) का स्थल है। साथ ही बाढ़ ग्रस्त इलाका है। यदि यहां उद्योग लगता है तो बाढ़ का पानी पूरे गांव को डुबान में लेगा इसके अलावा ग्रामीणों ने जल जंगल जमीन की रक्षा तथा आसपास का इलाका प्रदूषित होने व सबसे अधिक प्रभावित नारंगी नदी को होना बताया है। संघर्ष समिति के सुशील पाणिग्राही ने बताया कि समिति के द्वारा रखी गई मांगो की सुनवाई नहीं होने पर राज्यपाल से शिकायत की जाएगी एवं न्यायालय जाने के साथ ही व्यापक स्तर पर जनआंदोलन की तैयारी की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे

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