टिक टॉक के स्वामित्व को लेकर नया विवाद
टिक टॉक के स्वामित्व को लेकर नया विवाद

टिक टॉक के स्वामित्व को लेकर नया विवाद

ललित बंसल न्यू यॉर्क, 22 सितम्बर (हि.स.)। टिक टॉक एप के स्वामित्व को लेकर सिलिकन कंपनी ओरेकल-वालमार्ट और ‘चीनी बाइटडांस’ कंपनी के बीच घनी धुँध छा गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने खरे-खरे शब्दों में कह दिया है कि जब तक टिक टॉक पर ओरेकल-वालमार्ट का स्वामित्व नहीं होगा, वह अमेरिका में टिक टॉक को चीनी हाथों में खेलने की इजाज़त नहीं दे सकते। उधर चीनी प्रशासन ने दावा किया है कि बाइटडांस एक लाइसेंसधारी चीनी कंपनी है, वह उसके नियमों में बंधी है। जानकारों का मत है कि शनिवार को प्रस्तावित समझौते की शर्तों में चीनी कंपनी बाइटडाँस ने ‘टिक टॉक ग्लोबल’ के रूप में नई कंपनी में अपने 80 प्रतिशत अंश होने और इसके मालिक झाँग एमिंग सहित चार निदेशक अमेरिकी निदेशकों को लेने की बात स्वीकार की थी। ये चार अमेरिकी निदेशक वे होंगे, जिनके कंपनी में पहले से मेजर शेयर हैं। प्रस्ताव में ओरेकल-वालमार्ट के हिस्से 20 प्रतिशत अंश की बात कही गई थी। अमेरिकी पक्ष का कथन है कि वह नई कंपनी में बाइटडांस के मालिक झंग यीमिंग को निदेशक पद देने को तैयार है, लेकिन अन्यान्य निदेशकों पर उसका कोई दबाव नहीं होगा। इसमें वाणिज्य विभाग की विदेश विनियोजन समिति सहित ओरेकल और वालमार्ट कंपनी के निदेशक लिए जाने पर दबाव डाला जा रहा है। बाइटडाँस प्रवक्ता का कथन है कि नई कंपनी ‘टिक टॉक ग्लोबल’ के एक साल के अंदर न्यू यॉर्क स्टाक में नए शेयर जारी होंगे और तब तक बाइटडाँस का कंपनी पर आधिपत्य जारी रहेगा। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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