चीनी, रूसी और ईरानी हैकर्स अमेरिका के चुनाव में गडबड़ी कर सकते हैं
चीनी, रूसी और ईरानी हैकर्स अमेरिका के चुनाव में गडबड़ी कर सकते हैं

चीनी, रूसी और ईरानी हैकर्स अमेरिका के चुनाव में गडबड़ी कर सकते हैं

लॉस एंजेल्स 25 जुलाई (हि.स.) अमेरिका के एक अग्रणी ख़ुफ़िया अधिकारी ने शंका जताई है कि चीनी, रूसी और ईरानी हैकर्स इस साल 3 नवंबर को होने वाली राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं। इन देशों के हैकर्स राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोई बाइडन की ओर से निजी चुनाव प्रचार मशीनरी को निशाना बना सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नेशनल काउंटर इंटेलीजेंस एंड सिक्यूरिटी डायरेक्टर विल्लियम एवानिया ने शुक्रवार को चेतावनी दी है कि नेशनल और स्टेट स्तर के ख़ुफ़िया अधिकारी इन तीनों देशों के हैकर्स की गतिविधियों पर नज़र रखे हुए हैं। ये अमेरिकी ख़ुफ़िया अधिकारी मौजूदा नेटवर्क के साथ साथ राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों के आई टी नेटवर्क संचालकों से सतत सम्पर्क बनाए हुए हैं। एक वक्तव्य में कहा गया है कि हैकर्स अमेरिका के सभी बड़े अख़बारों, टीवी नेटवर्क , सोशल मीडिया नेटवर्क को निशाना बना रहे हैं और लोगों के मन में अमेरिका की फ़ेडरल नीतियों के प्रति दुर्भावनाएँ और लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में अनास्था पैदा करने का काम कर सकते हैं। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हैकर्स कोविड -19 को लेकर दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार कर सकते हैं। इस काम में चीन अपने हितों को मद्देनजर फ़ेडरल तंत्र की उन सभी नीतियों को प्रभावित करने के लिए प्रभावी राजनीतिज्ञों को घेरने की जुगत में लगा है। रूस और ईरान के हैकर्स भी अपने-अपने देशों के हितों की पूर्ति में जुटे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/प्रतिनिधि-hindusthansamachar.in

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