चीन में पैंगोलिन को संरक्षित करने के आदेश
चीन में पैंगोलिन को संरक्षित करने के आदेश

चीन में पैंगोलिन को संरक्षित करने के आदेश

नई दिल्ली, 06 जून (हि.स.)। चीन में कोरोना के चलते पैंगोविन को संरक्षित करने के आदेश दिए गए हैं और इसकी सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही इसे पांडा जैसी लुप्तप्राय प्रजातियों की तरह प्रथम-श्रेणी के संरक्षित जानवरों में रखा है। ऐसा माना गया है कि यह कि कोरोना पैंगोलिन के जरिये फैला होगा। दरअसल चीन में पैंगोलिन के मास को बड़े चाव के साथ खाया भी जाता है। पारंपरिक चीनी दवाओं में भी आमतौर पर इस प्राणी का इस्तेमाल होता है। इसके कारण बड़े पैमाने पर पैंगोलिन का शिकार किया जाता है। कोरोना के शुरुआती दौर में संदेह जताया गया था कि सांप और चमगादड़ खाने से यह खतरनाक वायरस फैला। बाद में चीनी वैज्ञानिकों ने माना था कि पैंगोलिन भी कोरोना वायरस का वाहक हो सकता है। उल्लेखनीय है कि चीन के एक समाचार पत्र में शनिवार को छपी एक खबर के अनुसार इस सप्ताह के अंत में, चीन ने पैंगोलिन की सभी प्रजातियों को दूसरी श्रेणी से प्रथम श्रेणी के संरक्षित जानवरों में अपग्रेड करने की घोषणा की। अन्य प्रथम श्रेणी के संरक्षित जानवरों में विशाल पांडा, तिब्बती मृग और लाल-मुकुट वाले क्रेन शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुप्रभा सक्सेना-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in