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शी चिनफिंग ने वीडियो के माध्यम से एससीओ सम्मेलन में भाग लिया

बीजिंग, 17 सितम्बर (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 17 सितंबर को दोपहर बाद पेइचिंग में वीडियो के माध्यम से शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के नेताओं की परिषद की 21वीं बैठक में भाग लिया और महत्वपूर्ण भाषण भी दिया। शी चिनफिंग ने बल देते हुए कहा कि बीते 20 वर्षों में एससीओ का बड़ा विकास हुआ है। सदस्य देशों के बीच सहयोग की उपलब्धियां बहुत समृद्ध हुई हैं। 20 वर्षों में एससीओ आपसी विश्वास, आपसी लाभ, समानता, विचार-विमर्श, विविध सभ्यताओं का सम्मान का पालन करता है। साथ ही, एससीओ विश्व शांति व विकास और मानव की प्रगति के लिये कोशिश कर रहा है। शी चिनफिंग ने कहा कि आज एससीओ इतिहास की एक नयी शुरूआत पर खड़ा हुआ है। हमें शांगहाई भावना का पालन करके अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के लोकतंत्रीकरण की ऐतिहासिक प्रवृत्ति में आगे बढ़ने का सही रास्ता समझना चाहिये, मानव के समान विकास की बड़ी स्थिति में अपने विकास को बढ़ावा देना चाहिये, ज्यादा से ज्यादा घनिष्ठ एससीओ साझा नियति समुदाय का निर्माण करना चाहिये, और इस दुनिया की चिरस्थाई शांति व समान समृद्धि प्राप्त करने के लिये ज्यादा योगदान देना चाहिये। शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि विभिन्न देशों को अपने देश की स्थिति के अनुकूल विकास का रास्ता व शासन का तरीका ढूंढ़ना चाहिये। किसी भी बाहरी शक्ति को अपने देश के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अपने देश का भविष्य अपने देश की जनता के हाथों में होना चाहिये। शी चिनफिंग के अनुसार अभी तक चीन ने 100 से अधिक देशों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को टीकों और स्टॉक समाधानों की 1.2 अरब खुराक को प्रदान किया, जो विश्व में पहले स्थान पर रहा। साथ ही, पूरे साल में चीन विश्व के लिये 2 अरब खुराक टीकों को प्रदान देने की कोशिश करेगा। शी चिनफिंग ने कहा कि एससीओ के सदस्य देश विकास के महत्वपूर्ण दौर में गुजर रहे हैं। इसलिये उन्हें पड़ोसी देश और मिश्रित लाभ की विशेष श्रेष्ठता से लाभ उठाकर खुलेपन व सहयोग पर कायम रहना चाहिये। शी चिनफिंग ने बल देकर कहा कि आगामी तीन वर्षों में चीन एससीओ के सदस्य देशों के लिये गरीबी उन्मूलन से जुड़े प्रशिक्षणों में एक हजार मौके देगा और रेशम मार्ग का स्नेह परिवार नामक कार्रवाई ढाँचे के तले स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन, संस्कृति व शिक्षा आदि क्षेत्रों के 30 सहयोग कार्यक्रम करेगा। शी चिनफिंग ने आगे कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मामलों के समाधान में तथाकथित शक्ति व स्थान पर निर्भर नहीं करना चाहिये। हमें संयुक्त राष्ट्र चार्टर के लक्ष्य व नीति-नियम का पालन करना चाहिये, और एक साथ विचार-विमर्श करने, एक साथ निर्माण करने, और एक साथ साझा करने पर कायम रहना चाहिये। (साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) --आईएएनएस एएनएम

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